150 घरों का अयोध्या पुलिस ने किया सत्यापन
अयोध्या धाम की संवेदनशीलता और सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस ने किरायेदारों और अवैध बस्तियों में रहने वालों का सत्यापन शुरू किया है। इसके लिए कोतवाली अयोध्या और रामजन्मभूमि थाना क्षेत्र में छह टीम लगाई गई है, जिन्होंने अब तक लगभग 150 घरों का सत्यापन किया है।
अयोध्या में हर समय विभिन्न तरह के लोगों का रहता आवागमन
धार्मिक नगरी होने के कारण अयोध्या में हर समय विभिन्न तरह के लोगों का आवागमन रहता है। वहीं, राम मंदिर के कारण अयोध्या अराजकतत्वों के निशाने पर रहती है। समय-समय पर आतंकी धममियां भी मिलती रहती हैं। ऐसे में आनन-फानन समूची नगरी का सत्यापन कराना संभव नहीं होता है। ऐसे में भविष्य की किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आईजी प्रवीण कुमार के निर्देश पर पुलिस तैयारी कर रही है। इसके लिए सबसे पहले धाम क्षेत्र में प्रत्येक मकान, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों, ठेले-खोमचे लगाकर जीवनयापन करने वालों का सत्यापन शुरू हुआ है।

चार व रामजन्मभूमि थाना क्षेत्र में दो टीमें कर रही काम
सीओ अयोध्या आशुतोष तिवारी ने बताया कि कोतवाली अयोध्या क्षेत्र में इसके लिए चार व रामजन्मभूमि थाना क्षेत्र में दो टीम लगाई गई है। हर टीम का नेतृत्व उपनिरीक्षक कर रहे हैं। उनके साथ तीन अन्य आरक्षी लगाए गए हैं। ये टीम अभियान के तहत घर-घर जाकर उनमें रहने वाले व्यक्तियों, किराएदारों, रिश्तेदारों आदि के बारे में जानकारी जुटा रही है। साथ ही भविष्य में मकानों में आने वाले नए सदस्यों की जानकारी देने की अपील कर रही हैं। यह प्रक्रिया एक चरण में पूरी करके सतत रूप से की जाएगी।
अयोध्या में सरयू कलश यात्रा का आयोजन
वहीं, सोमवार की शाम को अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा सरयू जल कलश यात्रा का आयोजन किया गया। पीतांबरी वस्त्रधारण करके सैकड़ों की संख्या में सिर पर कलश लेकर महिलाएं शामिल रहीं। संत तुलसी घाट से शास्त्री नगर, श्रृंगार घाट, हनुमानगढ़ी, रामकोट, दशरथ महल रंग महल होते हुए श्री राम जन्मभूमि यज्ञ शाला तक पहुंची। 3, 4, 5 जून को विधिवत पूजन और अनुष्ठानों के साथ प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न होगी।
इस यात्रा में राम मंदिर के ट्रस्टी चंपत राय, डॉ. अनिल मिश्रा भी हुए शामिल। 7 मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा होनी है। मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना हुई है। परकोटे में 6 मंदिरों में भगवान सूर्य, गणेश, हनुमान, शिव, माता भगवती और माता अन्नपूर्णा की मूर्तियां स्थापित की गई है। इन्हीं मंदिरों में 5 जून को प्राण प्रतिष्ठा होगी। इसके अलावा, सप्त मंडपम में 7 मंदिर बने हैं। इनमें महर्षि वाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वशिष्ठ, निषादराज, अहिल्या और शबरी की मूर्ति स्थापित की जा चुकी है।
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