के विधानसभा चुनावों में भगवा पार्टी का करेंगे नेतृत्व
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता समिक भट्टाचार्य को गुरुवार को आधिकारिक तौर पर पश्चिम बंगाल इकाई का नया अध्यक्ष घोषित किया गया। भट्टाचार्य, जो राज्यसभा सांसद भी हैं, राज्य में 2026 के विधानसभा चुनावों में भगवा पार्टी का नेतृत्व करेंगे। पार्टी पिछले कुछ समय से सड़कों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है। राज्य में भाजपा की कमान मिलते ही समिक भट्टाचार्य ने ममता सरकार के खिलाफ हुंकार भरी है। भाजपा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने कहा कि पूरे पश्चिम बंगाल में लोगों का एक ही मूड है -टीएमसी (TMC) का ‘विसर्जन’।
टीएमसी ने कट्टर मुस्लिम फासीवाद के सामने टेके घुटने
हमारा मानना है कि जिस तरह से चुनाव आयोग काम कर रहा है, आने वाले दिनों में उसे बड़ी सफलता मिलेगी और भारतीय जनता पार्टी भी इस प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी रख रही है। उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि इस बार कोई गलती नहीं होगी, नई मतदाता सूची के आधार पर चुनाव होंगे और पश्चिम बंगाल की जनता टीएमसी को उखाड़ फेंकेगी। यहां जनता की सरकार बनेगी। भट्टाचार्य ने साफ तौर पर कहा कि टीएमसी ने कट्टर मुस्लिम फासीवाद के सामने घुटने टेक दिए हैं, यह देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरनाक है। पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी कहते हैं, ‘यह अच्छा चयन है। हमारे बीच अच्छे संबंध हैं। चुनौती गुंडागर्दी और मुसलमान हैं।’

कौन हैं समिक भट्टाचार्य?
RSS के पुराने जानकार समिक भट्टाचार्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे हैं, जो भाजपा का वैचारिक गुरु है। 2014 में भट्टाचार्य ने अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता था और तृणमूल कांग्रेस द्वारा शासित सदन में भाजपा के एकमात्र विधायक थे। उन्होंने उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर बशीरहाट दक्षिण विधानसभा सीट जीती थी। भट्टाचार्य का उदय 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में आरएसएस के फोकस का संकेत है। भट्टाचार्य अपनी मजबूत वक्तृता कौशल और पुराने और नए भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच व्यापक स्वीकार्यता के लिए जाने जाते हैं। उन्हें अक्सर अपने भाषणों में कवियों के उद्धरण देते हुए देखा जाता है। । पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी कहते हैं, ‘यह अच्छा चयन है। हमारे बीच अच्छे संबंध हैं। चुनौती गुंडागर्दी और मुसलमान हैं।’
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