Brazil Baby Dolls: ब्राज़ील में इन दिनों एक नया ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है, Hyper Realistic Baby Dolls यानी बेहद असली दिखने वाली बेबी डॉल्स।
सिलिकॉन या विनाइल से बनी ये गुड़ियाएं इतनी असली लगती हैं कि उन्हें देखकर असली और नकली में फर्क कर पाना मुश्किल है। लोग इन्हें न केवल खरीद रहे हैं बल्कि असली बच्चों की तरह पाल भी रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ममता
इन बेबी डॉल्स के साथ पार्क, शॉपिंग मॉल और हॉस्पिटल तक जाने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। कई लोग इन्हें नहलाते, नैप्पी बदलते और खिलाते हुए दिख रहे हैं। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स भी इन्हें असली बच्चों की तरह ट्रीट कर रहे हैं।
राजनीतिक बहस की जड़ में डॉल्स!
रियो डी जेनेरियो की सिटी काउंसिल ने एक प्रस्ताव पास किया है जिसमें इन डॉल्स को बनाने वालों को सम्मानित करने की बात कही गई है।
अब मेयर एडुआर्डो पेस के साइन का इंतजार है। इस प्रस्ताव ने राजनीतिक हलकों में गर्माहट ला दी है।

डॉल्स के लिए मेडिकल हेल्प?
Brazil Baby Dolls: एक वीडियो में एक महिला इन डॉल्स में से एक को चिकित्सालय ले जाती दिख रही है। दावा किया गया कि कई महिलाएं अपने डॉल्स के लिए मेडिकल हेल्प मांग रही हैं।
इस पर लॉ मेकर जोआओ लुइज़ खुद एक डॉल लेकर सदन पहुंचे ताकि ऐसी मदद पर रोक लग सके।
नेताओं की राय और आलोचना
कांग्रेस सदस्य टैलिरिया पेट्रोन ने इस मुद्दे को व्यर्थ बताया। उन्होंने कहा कि असली बच्चों के लिए संसाधन चाहिए, न कि खिलौनों के लिए।
उनके मुताबिक, “अगर किसी को बेबी डॉल पालनी है तो पाले, लेकिन असली बच्चों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।”
थेरेपी या भ्रम?
इन रियलिस्टिक बेबी डॉल्स (Realistic Baby Dolls) को असल में पेरेंटिंग ट्रेनिंग, थैरेपी और इमोशनल सपोर्ट के लिए बनाया गया था। पर अब ब्राज़ील में कई लोग इन्हें पूरी तरह असली मान रहे हैं और उसी तरह व्यवहार कर रहे हैं।
कीमत और बाजार
ब्राज़ील में इन डॉल्स की मूल्य 700 रीसिस ($124) से प्रारंभ होकर 10,000 रीसिस ($1,800) तक जाती है। यानी इनका चलन सिर्फ भावनात्मक नहीं, आर्थिक स्तर पर भी बड़ा बाजार बन चुका है।