अपोलो टायर्स ने पाई ऐतिहासिक स्पॉन्सरशिप
नई दिल्ली: अपोलो टायर्स(Apollo Tyres) ने भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी प्रायोजक बनने का अधिकार हासिल कर लिया है। तीन साल की इस डील की कुल कीमत 579 करोड़ रुपये है। अब 2027 तक टीम इंडिया की जर्सी पर अपोलो टायर्स का लोगो नजर आएगा। इस अनुबंध के लिए कंपनी ने कैनवा(Canva) और जेके सीमेंट्स(JK Cements) जैसे दिग्गजों को पछाड़ा। दिलचस्प बात यह है कि जिस कंपनी को कभी केवल ₹1 में बेचने की नौबत आ गई थी, वही आज भारतीय खेलों में नई पहचान बना रही है।
संघर्ष से सफलता की ओर सफर
अपोलो टायर्स(Apollo Tyres) की स्थापना रौनक सिंह ने की थी, जबकि आज इसकी कमान उनके बेटे ओंकार सिंह कंवर और पोते नीरज कंवर के हाथ में है। ओंकार कंवर का जन्म पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था। विभाजन के समय उनका परिवार भारत आ गया और यहां से नए सिरे से जीवन की शुरुआत की। शुरुआती दिनों में उनके पिता ने पाइप के कारोबार में हाथ आजमाया।
ओंकार कंवर ने अमेरिका में उच्च शिक्षा प्राप्त की और कुछ वर्षों तक नौकरी करने के बाद 1964 में भारत लौटे। परिवार ने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए टायर निर्माण शुरू किया और इसी से अपोलो टायर्स की नींव रखी गई।
मुश्किल दौर और जबरदस्त वापसी
1975 की इमरजेंसी के दौरान कंपनी पर संकट गहराया और हालात इतने खराब हुए कि रौनक सिंह इसे केवल ₹1 में बेचने को तैयार हो गए। तभी ओंकार सिंह कंवर ने कंपनी की कमान संभाली और धीरे-धीरे इसे मुश्किलों से बाहर निकाला। आज अपोलो टायर्स देश की दूसरी सबसे बड़ी टायर निर्माता कंपनी है और इसका कारोबार कई देशों में फैला हुआ है।
ओंकार सिंह कंवर को अक्सर दुनिया के प्रमुख अरबपतियों की सूची में शामिल किया जाता है। उनकी अनुमानित संपत्ति 1.4 से 1.6 अरब डॉलर (लगभग 11,600 से 13,300 करोड़ रुपये) आंकी जाती है। वहीं, नीरज कंवर कंपनी के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं और उनकी हिस्सेदारी भी उल्लेखनीय है।
अपोलो टायर्स को भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर जगह क्यों मिली?
अपोलो टायर्स(Apollo Tyres) ने 579 करोड़ रुपये की तीन साल की डील के जरिए भारतीय टीम की जर्सी स्पॉन्सरशिप हासिल की। इस प्रक्रिया में उसने अन्य दावेदार कंपनियों को पछाड़कर सबसे बड़ी बोली लगाई।
ओंकार सिंह कंवर की सफलता की असली वजह क्या रही?
उन्होंने कठिन समय में कंपनी की जिम्मेदारी ली और संकट से उबारकर उसे वैश्विक स्तर की पहचान दिलाई। उनकी दूरदर्शिता, आधुनिक प्रबंधन और अंतरराष्ट्रीय अनुभव ने अपोलो टायर्स को मल्टीनेशनल ब्रांड बना दिया।
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