शेयरहोल्डर्स को ₹11 डिविडेंड और AI में बड़ा निवेश
मुंबई: टाटा ग्रुप की दिग्गज आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के शानदार नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 1.4% बढ़कर ₹12,075 करोड़ हो गया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह ₹11,909 करोड़ था। इस तिमाही में कंपनी ने संचालन से ₹65,799 करोड़ का रेवेन्यू (राजस्व) जनरेट किया, जो सालाना आधार पर 2.4% की बढ़ोतरी दर्शाता है। इन नतीजों के साथ, TCS ने अपने शेयरधारकों(Share Holders) को प्रति शेयर ₹11 का लाभांश (डिविडेंड) देने का भी ऐलान किया है, जिसके लिए रिकॉर्ड डेट 15 अक्टूबर तय की गई है।
AI और अधिग्रहण के क्षेत्र में TCS के बड़े कदम
भारत में 1 गीगावाट AI डेटा सेंटर
नतीजों की घोषणा के साथ ही TCS ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। कंपनी भारत में 1 गीगावाट (GW) क्षमता का वर्ल्ड क्लास AI डेटा सेंटर बनाने के लिए भारी निवेश कर रही है। यह विशाल डेटा सेंटर AI से जुड़े बड़े और जटिल कार्यों को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो भारत में AI के बुनियादी ढाँचे को मजबूत करेगा। यह कदम AI में TCS की रणनीतिक दिलचस्पी और भविष्य के लिए उसकी तैयारी को दर्शाता है।
अमेरिकी कंपनी का अधिग्रहण
TCS ने अपनी ग्राहक सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से सेल्सफोर्स टेक्नोलॉजी में काम करने वाली अमेरिकी कंपनी लिस्ट इंगेज को ₹646 करोड़ में खरीदने की मंजूरी भी दी है। यह अधिग्रहण TCS को अपने ग्राहकों को बेहतर तकनीकी समाधान और सेवाएँ देने में मदद करेगा। इसके अलावा, कंपनी ने अपने 2,75,000 से अधिक कर्मचारियों के लिए दुनिया का सबसे बड़ा AI हैकाथॉन आयोजित किया है, जिसका लक्ष्य हर कर्मचारी को अपने काम में AI का उपयोग करना सिखाना है।
कंपनी का मार्केट वैल्यू और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव
TCS के तिमाही नतीजे जारी होने से ठीक पहले, 9 अक्टूबर को कंपनी का शेयर ₹3,060 पर बंद हुआ। हालाँकि, पिछले एक साल में कंपनी के शेयर में 28.05% की गिरावट आई है। इन सबके बावजूद, TCS की मार्केट वैल्यू (बाजार पूंजीकरण) लगभग ₹14.17 लाख करोड़ है, जो इसे देश की सबसे मूल्यवान आईटी कंपनियों में से एक बनाए रखती है। TCS ने अप्रैल 2018 में 100 अरब डॉलर मार्केट कैपिटलाइज़ेशन वाली देश की पहली आईटी कंपनी बनने का कीर्तिमान स्थापित किया था।
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TCS की स्थापना और वैश्विक उपस्थिति
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की स्थापना 1968 में ‘टाटा कंप्यूटर सिस्टम्स’ के रूप में हुई थी। यह टाटा समूह की एक सहायक कंपनी है। 25 अगस्त 2004 को यह एक पब्लिक लिस्टेड कंपनी बनी। आज, यह मल्टीनेशनल आईटी कंपनी 46 देशों में 149 लोकेशन पर काम करती है और भारतीय आईटी क्षेत्र का नेतृत्व कर रही है।
वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में TCS को कितना कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ है और कंपनी प्रति शेयर पर कितना डिविडेंड देगी?
इसको इस तिमाही में ₹12,075 करोड़ का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ है, और कंपनी अपने शेयरधारकों को प्रति शेयर ₹11 का लाभांश (डिविडेंड) देगी।
TCS आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में भारत के लिए क्या बड़ा निवेश कर रही है, और इस निवेश का मुख्य उद्देश्य क्या है?
TCS भारत में 1 गीगावाट (GW) क्षमता का वर्ल्ड क्लास AI डेटा सेंटर बनाने के लिए बड़ा निवेश कर रही है। इस निवेश का मुख्य उद्देश्य AI से जुड़े विशाल कामों को संभालना और देश में AI बुनियादी ढाँचे को मजबूत करना है।
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