सेंसेक्स में 150 अंकों की बढ़त
- बीएसई का सेंसेक्स 150 अंक चढ़कर 81,400 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
- निवेशकों में सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है, जिससे बाजार में खरीदारी हावी रही।
निफ्टी में 40 अंकों की मजबूती
- एनएसई का निफ्टी 40 अंक चढ़कर 24,650 के आसपास कारोबार कर रहा है।
- बाजार की मौजूदा चाल निवेशकों में भरोसे का संकेत दे रही है।
Stock Market : आज यानी मंगलवार, 19 अगस्त को सेंसेक्स (sensex) 150 अंक ऊपर 81,400 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी (Nifty) में करीब 40 अंक की तेजी है, ये 24,900 पर है।
सेंसेक्स के 13 शेयरों में तेजी और 17 में गिरावट है। रिलायंस और NTPC 1% चढ़े हैं। HCL टेक और मारुति के शेयरों में गिरावट है।
निफ्टी के 50 में से 21 शेयरों में तेजी और 29 में गिरावट है। NSE के मीडिया, मेटल इंडेक्स में तेजी है। ऑटो, IT, फार्मा और रियल्टी फिसले हैं।
आज से 4 IPO में निवेश का मौका
Stock Market : शेयर बाजार में इस हफ्ते मेनबोर्ड सेगमेंट के टोटल 5 पब्लिक इश्यू यानी IPO ओपन हो रहे हैं। यह 5 कंपनियां IPO से 3,585 करोड़ रुपए जुटाएंगी। इनमें से 4 IPO आज से ओपन हो गए हैं। इसमें 21 अगस्त तक बोली लगा सकेंगे। इन 4 कंपनियों का IPO से 3,185 करोड़ रुपए जुटाने का प्लान है।
वहीं मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड का IPO 20 अगस्त को ओपन और 22 अगस्त को क्लोज होगा। मंगल इलेक्ट्रिकल इश्यू से 400 करोड़ रुपए जुटाएगी। कंपनी का IPO के लिए प्राइस बैंड ₹533-₹561 और लॉट साइज 26 शेयर्स का है। इस कंपनी को 2008 में स्थापित किया गया है।
क्या शेयर बाजार में 90% लोगों का पैसा डूब जाता है?
हालांकि यह मजाक दशकों से चल रहा है, लेकिन आज भी सही है। आज भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो कि हर दिन शेयर बाजार (Share Bazar) में पैसे गंवाते हैं। एक लोकप्रिय अनुमान के अनुसार, शेयर बाजार (Share Bazar) में 90% लोग अपना पैसा गंवा देते हैं। इनमें नए और अनुभवी निवेशक भी शामिल हैं।
ट्रेडिंग में 90 लोग फेल क्यों होते हैं?
ट्रेडर्स की असफलता का एक सबसे बड़ा कारण ज्ञान की कमी नहीं है—बल्कि यह है कि वे अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाते । भावनाएँ ट्रेडिंग अकाउंट्स को कैसे बर्बाद करती हैं, यहाँ बताया गया है: जीत के बाद अति-आत्मविश्वास → कुछ भाग्यशाली ट्रेड ट्रेडर्स को यह विश्वास दिला देते हैं कि उन्होंने बाज़ार में महारत हासिल कर ली है। वे ज़्यादा जोखिम उठाने लगते हैं और लापरवाह हो जाते हैं।