रांची: झारखंड (Jharkhand) अपनी खनिज संपदा और खनन क्षेत्र की ऐतिहासिक विरासत को पर्यटन (Tourism) के रूप में विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। झारखंड देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है, जहां हेमंत सरकार ने ‘माइनिंग टूरिज्म परियोजना’ की औपचारिक शुरुआत की।
आज यानी सोमवार को रांची स्थित प्रोजेक्ट भवन सभागार में झारखंड Jharkhand पर्यटन विकास निगम (JTDCL) और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुए। कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार की विशेष उपस्थिति रही।
इस अवसर पर पर्यटन, खनन और सरकारी विभागों के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने देश की पहली खनन पर्यटन परियोजना शुरू की है और कोल इंडिया की शाखा ‘सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड’ (सीसीएल) के साथ एक समझौता किया है।
झारखंड Jharkhand खनिज संपन्न राज्य है
झारखंड Jharkhand खनिज संपन्न राज्य है और देश के कुल खनिजों का लगभग 40 प्रतिशत यहीं पाया जाता है। वहीं, बता दें कि सोरेन ने हाल में बार्सिलोना के ‘गावा म्यूजियम ऑफ माइन्स’ का दौरा किया था, जहां उन्होंने नवपाषाण युग की प्राचीन खनन तकनीकों और अवशेषों को देखा था। इसके बाद ही उन्होंने राज्य में खनन पर्यटन परियोजना को लेकर यह कदम उठाया।
बता दें कि इस माइनिंग टूरिज्म परियोजना के तहत पर्यटकों को कोयला खदानों, खनन से जुड़ी प्रक्रियाओं, उपकरणों और खनन से जुड़ी ऐतिहासिक विशेषताओं का प्रत्यक्ष अनुभव करने का मौका मिलेगा। इस दौरान पर्यटक खनन क्षेत्रों में जाकर वहां के भूगोल, खनन की तकनीकों और उसके ऐतिहासिक पहलुओं को भी देख और समझ सकेंगे।
पर्यटकों को रांची से ले जाकर खनन क्षेत्रों
परियोजना के तहत तीन सर्किट बनाए जा रहे हैं, जिनमें पर्यटकों को रांची से ले जाकर खनन क्षेत्रों और आस-पास के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराकर वापस रांची लाया जाएगा। इन सर्किट में पिपरवार का कायाकल्प वाटिका, रे अंडरग्राउंड माइंस, तिरू फॉल, नॉर्थ उरीमारी माइंस, पलानी फॉल्स, पतरातू वाटर पार्क, सिकिदिरी घाटी, रजरप्पा मंदिर, भुरकुंडा माइंस, पतरातू डैम और पतरातू घाटी जैसे स्थल शामिल होंगे।
पर्यटकों को दिए जाने वाले पैकेज में नाश्ते से लेकर लंच तक की व्यवस्था की जाएगी। वहीं, हेमंत सरकार की मंशा है कि इन अनछुए स्थानों को विकसित कर पर्यटन से रोजगार के नए अवसर पैदा किए जाएं। खनन पर्यटन को लेकर मुख्यमंत्री पहले ही अधिकारियों को व्यवस्थित योजना तैयार करने का निर्देश दे चुके हैं।
झारखंड में अभी किसकी सरकार है?
इस प्रकार श्री हेमंत सोरेन ने दिनांक-29.12.2019 को झारखण्ड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ग्रहण की। श्री हेमन्त सोरेन ने दिनांक- 04 जुलाई 2024 से 24 नवंबर 2024 तक 13वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया एवं दिनांक- 27 नवंबर 2024 को 14वें मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बार शपथ ग्रहण की।
हेमंत सोरेन कौन हैं?
हेमंत सोरेन (जन्म 10 अगस्त 1975) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो 4 जुलाई 2024 से झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने पहले 2019 से 2024 तक और 2013 से 2014 तक कार्यालय संभाला था। वह एक क्षेत्रीय पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं।