महाराष्ट्र में सामाजिक सौहार्द और भाईचारा बढ़ाने के लक्ष्य से कांग्रेस पार्टी ने परभणी में सद्भावना पदयात्रा निकाली। इस सफर का नेतृत्व महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ ने किया। कांग्रेस ने इस पदयात्रा के ज़रिए यह खबर देने का प्रयास किया कि राज्य में बढ़ रहे सामाजिक तनाव और विभाजनकारी राजनीति के विरुद्ध उसकी विचारधारा दृढ़ता से खड़ी है।
भक्त प्रहलाद से तुलना, BJP पर तीखा आक्रमण
हर्षवर्धन सपकाळ ने अपने भाषण में श्रद्धालु प्रहलाद की भक्ति का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे प्रहलाद की आस्था से भगवान नरसिंह अवतीर्ण हुए, वैसे ही जनता के मत से बीजेपी रूपी नाइंसाफ़ी का अंत होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विचारों, आचरण और वाणी में वैसी ही निष्ठा है।
कांग्रेस पदयात्रा का आरंभ नरसिंह देवालय से
इस पदयात्रा की आरंभ पोखर्णी स्थित नरसिंह देवालयमें दर्शन के साथ हुई। इस सफर में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता सम्मिलित हुए, जिनमें: सतेज उर्फ बंटी पाटील,नितीन राऊत,कुणाल चौधरी,डॉ. कल्याण काळे व रवींद्र चव्हाण सम्मिलित थे।
आंदोलन से लेकर संविधान सम्मेलन तक
पदयात्रा के दौरान कांग्रेस नायको ने सौहार्दपूर्ण तनाव फैलाने वाली हाल की वारदात ओं की निंदा की और कहा कि समाज में शांति और एकता बनाए रखने के लिए ऐसे कोशिश आवश्यक हैं।

- सुबह 8 किलोमीटर की सफर
- दोपहर 8 किलोमीटर का दूसरा सफर
- शाम को विश्राम स्थल – माहेर मंगल दफ्तर
इसके अगले दिन, यानी 5 मई को संविधान बचाव सफर तथा अक्षता मंगल ऑफिस में संविधान सम्मेलन तैयार किया जाएगा। इसमें कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्नीथला खास तौर से सम्मिलित होंगे।
आंदोलनकारियों से संवेदना
हर्षवर्धन सपकाळ और सतेज पाटील ने सोमनाथ सूर्यवंशी की मृत्यु के बाद आरंभ हुए आंदोलन के संदर्भ में आंबेडकरी नेता विजय वाकोडे के कुटुंब से मिलन की और संवेदना व्यक्त की।