श्राद्ध पक्ष के दौरान पितरों की आत्मा(Souls of Ancestors) की शांति और उनकी तृप्ति के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए जाते हैं। इनमें काले तिलों का विशेष महत्व है, क्योंकि मान्यता है कि ये तिल भगवान श्रीकृष्ण(Lord Shri Krishna) के पसीने से निकले हैं। काले तिलों से तर्पण करने से पितृ देवता तृप्त होते हैं। तिल का दान करना अत्यंत शुभ माना गया है, क्योंकि यह शनि और राहु जैसे ग्रहों के दोषों को दूर करता है और संतान प्राप्ति में सहायक होता है। पितृ पक्ष में पितरों को श्रद्धापूर्वक(Shraddha Paksha) याद कर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके तिलांजलि देने से उनका आशीर्वाद मिलता है और जीवन में कल्याण होता है।
कौआ, कुत्ता और गाय को भोजन देने का महत्व
श्राद्ध पक्ष(Shraddha Paksha) में कौआ, कुत्ता और गाय को भोजन का अंश देना बहुत ही पुण्य का कार्य माना जाता है। कौआ, जिसे यम का पक्षी माना जाता है, पितरों का संदेशवाहक होता है। मान्यता है कि श्राद्ध के दौरान कौओं को भोजन देने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। इसी तरह, कुत्ता, जिसे भैरव जी की सवारी माना जाता है, यम का प्रतीक है और यह परिवार को अनहोनी से बचाता है। कुत्ते को भोजन देने से पितृ जिस भी योनि में हों, वे सुरक्षित रहते हैं। ज्योतिष के अनुसार, कुत्ते की सेवा करने से केतु ग्रह से जुड़ी पीड़ा भी शांत होती है। गाय को भोजन कराना भी अत्यंत शुभ माना गया है, क्योंकि गाय को माता और पूज्यनीय माना जाता है।
पितरों के आशीर्वाद और लाभ
मान्यताओं के अनुसार, श्राद्ध पक्ष(Shraddha Paksha) में कौआ, कुत्ता और गाय को भोजन देने से कई लाभ होते हैं। इससे न केवल अकाल मृत्यु से रक्षा होती है, बल्कि पितरों के आशीर्वाद से रुके हुए कार्य भी पूरे होते हैं। यह एक तरह से पितरों के प्रति श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करने का तरीका है, जो हमारे पूर्वजों को यह दर्शाता है कि हम उन्हें याद करते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। इस तरह, इन जीवों को भोजन कराने से पितृ प्रसन्न होते हैं और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
श्राद्ध में काले तिलों का क्या महत्व है?
श्राद्ध(Shraddha Paksha) में काले तिलों का विशेष महत्व है, क्योंकि इनसे पितरों का तर्पण करने से वे तृप्त होते हैं। तिल का दान करने से शनि और राहु के दोष दूर होते हैं और संतान प्राप्ति में सहायता मिलती है।
कौआ, कुत्ता और गाय को भोजन देने से क्या लाभ होते हैं?
मान्यताओं के अनुसार, कौआ, कुत्ता और गाय को भोजन देने से अकाल मृत्यु से रक्षा होती है और पितरों के आशीर्वाद से रुके हुए कार्य पूरे होते हैं।
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