हैदराबाद : हैदराबाद के हुसैन सागर झील में गणेश प्रतिमा विसर्जन (Ganesh Idols) कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो गया है। तीस हजार से अधिक पुलिसकर्मी और दूसरे विभागों के अधिकारी विसर्जन प्रक्रिया (Immersion Process) को पूरी कराने में लगे हुए है।
गणेश प्रतिमा विसर्जन करीब तीस घंटे तक चलने की संभावना
हुसैन सागर झील में गणेश प्रतिमा विसर्जन करीब तीस घंटे तक चलने की संभावना है। हैदराबाद के प्रभारी मंत्री पोन्नम प्रभाकर , जीएचएमसी की महापौर गदवाल विजयलक्ष्मी आदि लगातार स्थिति पर नजर रखें हुए है। पुलिस टीम , घुड़सवार इकाई, सीसीटीवी, शीट टीम और खुफिया टीम भी तैनात है।

राज्य सरकार ने विसर्जन के भव्य आयोजन की पूरी तैयारी की है : मंत्री
राज्य सरकार ने विसर्जन के भव्य आयोजन की पूरी तैयारी कर ली है। मंत्री प्रभाकर ने जीएचएमसी की महापौर गदवाल विजयलक्ष्मी, आयुक्त आर.वी. कर्णन, एमएलसी बालमूर वेंकट, एचएमडीए आयुक्त सरफराज अहमद, खैरताबाद के क्षेत्रीय आयुक्त अनुराग जयंती, हैदराबाद के जिला कलेक्टर दसारी हरिचंदन और अन्य अधिकारियों के साथ हुसैन सागर क्रेन 4 और 5 पॉइंट पर विसर्जन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया था ।

अभी तक 1.50 लाख मूर्तियों का सफलतापूर्वक विसर्जन पूरा
जीएचएमसी सीमा के भीतर 1.50 लाख मूर्तियों का सफलतापूर्वक विसर्जन किया जा चुका है। विसर्जन प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए, हमने हुसैन सागर के आसपास 40 क्रेन, जिनमें एक बाहुबली क्रेन भी शामिल है, की व्यवस्था की है। संयुक्त पुलिस आयुक्त, यातायात, हैदराबादश्री डी. जोएल डेविस ने बताया कि हैदराबाद यातायात पुलिस ने शहर भर में बड़े उत्साह के साथ मनाए जाने वाले गणेश महोत्सव – 2025 के दौरान सुचारू यातायात प्रबंधन और जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है।

तेलंगाना में यह महोत्सव 27 अगस्त से शुरू हुआ और 6 एवं 7 सितंबर को अंतिम मूर्ति विसर्जन के साथ समाप्त होगा। मुख्य विसर्जन जुलूस बालापुर से शुरू होकर 18 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए हुसैन सागर झील की ओर बढ़ेगा, जिसमें दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद है।
खैरताबाद गणेश के विसर्जन की विशेष व्यवस्था
खैरताबाद गणेश विसर्जन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। 27 अगस्त को स्थापित 69 फुट ऊँची मूर्ति का विसर्जन 6 सितंबर को एनटीआर मार्ग (क्रेन संख्या 4) पर किया जाएगा। खैरताबाद से हुसैन सागर तक 2.5 किलोमीटर के मार्ग का प्रबंधन करने के लिए लगभग 80 यातायात कर्मियों को दो शिफ्टों में तैनात किया गया है। हलांकि अभी से लोगों का टैंकबंड पर आना शुरू है। भारी संख्या में लोग गणेश विसर्जन के साक्षी बनेंगे।
गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त क्या है?
(Ganesh Visarjan) गणेश चतुर्थी के 1.5, 3, 5, 7 या 10वें दिन किया जाता है, लेकिन अनंत चतुर्दशी (10वें दिन) को विसर्जन का सबसे बड़ा और प्रमुख दिन माना जाता है।
2025 में अनंत चतुर्दशी की तिथि:
6 सितंबर 2025 (शनिवार)
शुभ मुहूर्त (Visarjan Muhurat):
- प्रातः: 06:00 AM से 09:00 AM (ब्रह्म मुहूर्त और अभिजीत मुहूर्त)
- दोपहर: 12:00 PM से 01:30 PM (अभिजीत मुहूर्त)
- शाम: 04:30 PM से 06:30 PM (गोधूलि मुहूर्त)
- विसर्जन दिन सूर्यास्त से पहले करना श्रेष्ठ माना जाता है।
पुरानी मूर्ति का विसर्जन कब करें?
ऐसी मूर्ति का विसर्जन आमतौर पर हर साल नहीं किया जाता,
बल्कि पूरे विधि-विधान से घर में स्थापित करके उसे हमेशा पूजने योग्य माना जाता है।
लेकिन यदि मूर्ति टूटी हुई हो या अब पूजनीय ना हो, तो:
- विसर्जन अनंत चतुर्दशी या किसी शुभ दिन (जैसे पूर्णिमा, रविवार, या संकष्टी चतुर्थी) को करें।
- विसर्जन के लिए गंगाजल से स्नान कराएं, फिर मिट्टी के गमले, तालाब या नदी में विसर्जित करें।
- पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए अब घर में ही बाल्टी या टब में विसर्जन को प्राथमिकता दी जाती है।
Eco-friendly तरीका: छोटे बर्तन में विसर्जन कर पानी को पेड़ में डालना भी शुभ माना जाता है।
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