हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद (Hyderabad) में गणेश उत्सव को लेकर अलग ही जोश देखने को मिला. भक्ति और उत्सव के माहौल के बीच हैदराबाद भव्य गणेश विसर्जन समारोहों का गवाह बन रहा है. शुक्रवार से शुरू हुआ गणेश प्रतिमा विसर्जन लगभग 40 घंटे तक चलेगा. अधिकारियों का अनुमान है कि हुसैन सागर झील में लगभग 50,000 मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा।
इस बार शहर में विनायक लड्डू (Balapur Laddu) की नीलामी ने भी नया रिकॉर्ड बनाया है. हैदराबाद के बंडलागुड़ा जागीर स्थित कीर्ति रिचमंड विला में गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान शुक्रवार को विनायक लड्डू की नीलामी 2,31,95,000 रुपये (करीब 2.32 करोड़ रुपये) में हुई. पिछले साल यह लड्डू ₹1.87 करोड़ में नीलाम हुआ था।
बालापुर लड्डू की नीलामी 35 लाख रुपये में

वहीं, प्रतिष्ठित बालापुर लड्डू Balapur Laddu की नीलामी में भी भक्तों का उत्साह देखने को मिला. इस साल कर्मनघाट के लिंगाला दशरथ गौड़ नाम के भक्त ने 35 लाख रुपये में लड्डू खरीदा. नीलामी में 38 भक्तों ने भाग लिया. पिछले साल यह लड्डू कोलानु शंकर रेड्डी ने 30.01 लाख रुपये में खरीदा था. इस बार लड्डू की बोली पिछले साल से 4.99 लाख रुपये से ज्यादा लगी।
इस अवसर पर महोत्सव समिति द्वारा लड्डू Balapur Laddu विजेता दशरथ गौड़ को सम्मानित किया गया. दशरथ गौड़ ने कहा, “मुझे बालापुर लड्डू बहुत पसंद हैं. मैं इसके लिए छह साल से कोशिश कर रहा था. इतने वर्षों बाद मुझे बालापुर लड्डू मिला है. मैं बहुत खुश हूं।”
गणेश विसर्जन जुलूस के लिए 30000 कर्मी तैनात
गणेश प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शहर पुलिस ने 3,200 यातायात पुलिसकर्मियों के साथ 30,000 से ज्यादा कर्मियों को तैनात किया है. मूर्तियों को ले जाने वाले प्रत्येक वाहन को निगरानी के लिए एक क्यूआर कोड जारी किया गया है, जबकि अन्य पुलिस कमिश्नरेट से आने वाले वाहनों पर रंगीन स्टिकर चिपकाए जा रहे हैं. 250 अस्थायी सीसीटीवी कैमरों और नौ ड्रोन से कड़ी निगरानी की जा रही है. महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘शी’ टीमें लगातार गश्त कर रही हैं.
विभिन्न विभागों के बीच समन्वय के लिए एनटीआर मार्ग पर कमांड कंट्रोल सेंटर स्थापित किए गए हैं. हर 100 मीटर पर घुड़सवार वाहन तैनात किए गए हैं और टैंक बंड रोड के आसपास के इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. हुसैन सागर, टैंक बंड और एनटीआर मार्ग जैसे प्रमुख विसर्जन केंद्रों पर विसर्जन की सुविधा के लिए 40 क्रेन की व्यवस्था की गई है. अधिकारियों को उम्मीद है कि इस उत्सव में लगभग 10 लाख श्रद्धालु शामिल होंगे।
पूरे शहर में यातायात प्रतिबंध
रविवार सुबह 10 बजे तक पूरे शहर में यातायात प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. आरटीसी बसों का मार्ग बदल दिया गया है, जबकि निजी बसों को शहर में प्रवेश करने से रोक दिया गया है. 65 स्थानों पर ट्रैफिक डायवर्जन की व्यवस्था की गई है, और 55 स्थानों पर आरटीसी मैकेनिक खराबी की मरम्मत के लिए तैनात हैं. प्रमुख चौराहों पर अतिरिक्त क्रेन भी तैयार रखी गई हैं।
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, 6 सितंबर को सुबह 8 बजे से 7 सितंबर की रात 11 बजे तक ट्रकों को शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. व्यस्त समय में, आरटीसी बसों को केवल मेहदीपटनम, कुकटपल्ली, सिकंदराबाद, उप्पल, दिलसुखनगर और नारायणगुडा तक ही जाने की अनुमति होगी. सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को बेगमपेट-पैराडाइज मार्ग लेने की सलाह दी गई है।
गणेश जी को कौन सा लड्डू लगाया जाता है?
वहीं भोग को लेकर लोगों का मानना है कि भगवान गणेश को मोदक सबसे ज्यादा पसंद है और इसी वजह से उन्हें इसका भोग लगता है। हालांकि गणेश चतुर्थी वाले दिन भगवान गणेश को मोतीचूर के लड्डू भी चढ़ा सकते हैं क्योंकि उन्हें ये भी खूब पसंद है। दरअसल गणपति बप्पा की मूर्ति और तस्वीरों में उनके हाथ में मोतीचूर का लड्डू ही दिखता है।
गणेश जी का सबसे प्रिय लड्डू कौन सा है?
गणेश जी को मोदक सबसे ज्यादा प्रिय है।
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