CM : भारत में वैक्सीन उत्पादन में जीनोम वैली का योगदान 33 प्रतिशत: रेवंत रेड्डी

By Ajay Kumar Shukla | Updated: July 15, 2025 • 8:51 PM

हैदराबाद। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने घोषणा की है कि अकेले जीनोम वैली देश में वैक्सीन (Vaccine) उत्पादन में 33 प्रतिशत का योगदान देती है। रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) ने उद्योग मंत्री श्रीधर बाबू के साथ मंगलवार को मेडचल-मलकाजगिरी जिले में जीनोम वैली में एक नई आईसीएचओआर बायोलॉजिक्स सुविधा की आधिकारिक आधारशिला रखी।

जीनोम वैली के उद्योगों ने तेलंगाना की एक विशिष्ट पहचान स्थापित की : सीएम

अपने भाषण के दौरान, मुख्यमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि जीनोम वैली के उद्योगों ने तेलंगाना की एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है। उन्होंने कहा, “हैदराबाद देश में उत्पादित लगभग 33 प्रतिशत टीकों और 43 प्रतिशत थोक दवाओं के लिए ज़िम्मेदार है। कोविड महामारी के दौरान, स्थानीय उद्योगपतियों ने जीनोम वैली से विभिन्न देशों को टीकों के निर्यात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

तेलंगाना के लिए कुल 3.28 लाख करोड़ रुपये का निवेश

सरकार में बदलाव के बावजूद, नीतियाँ हमारे औद्योगिक एजेंडे को आगे बढ़ाने में सहायक रही हैं।” मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार वैश्विक स्तर पर तेलंगाना की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए शीर्ष उद्योगों को आकर्षित करने पर केंद्रित है। उन्होंने बताया कि पिछले 18 महीनों में, राज्य सरकार ने तेलंगाना के लिए कुल 3.28 लाख करोड़ रुपये का निवेश सफलतापूर्वक प्राप्त किया है।

हमारा लक्ष्य विश्वस्तरीय उद्योगों को आकर्षित करना : मुख्यमंत्री

उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य विश्वस्तरीय उद्योगों को आकर्षित करना है ताकि तेलंगाना वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी स्थिति में आ सके। इसके अलावा, हैदराबाद निकट भविष्य में एक प्रमुख डेटा सिटी के रूप में विकसित होने के लिए तैयार है।”

जीनोम वैली किस लिए प्रसिद्ध है?

Genome Valley भारत के हैदराबाद, तेलंगाना में स्थित एक प्रमुख बायोटेक्नोलॉजी क्लस्टर है। यह क्षेत्र निम्न कारणों से प्रसिद्ध है।

जीनोम रिपोर्ट क्या होती है?

रिपोर्ट किसी व्यक्ति के डीएनए अनुक्रमण (DNA sequencing) के बाद तैयार की जाती है।

जीनोम वैली के जनक कौन है?

इस वैली के जनक (Father of Genome Valley) माने जाते हैं:

डॉ. बालाराम भर्गव (पूर्व DG, ICMR) और
डॉ. के. अनील कुमार (APIIC के साथ जुड़े हुए अधिकारी) — इन दोनों का इसमें योगदान रहा,
लेकिन मुख्य भूमिका निभाई थी डॉ. सी. एल. महादेवन ने, जो इसे भारत का पहला बायोटेक्नोलॉजी क्लस्टर बनाने के पीछे अग्रणी थे।

इसके साथ-साथ, तेलंगाना सरकार (पहले आंध्र प्रदेश) और चंद्रबाबू नायडू (तत्कालीन मुख्यमंत्री) की भूमिका भी अहम रही।

Read also: Aadhaar: इंटरमीडिएट कॉलेजों में आधार सेवाओं को सुगम बनाने की तैयारी

# Paper Hindi News breakingnews Genome Valley latestnews Medchal-Malkajgiri production revanth reddy vaccine