भारत पाकिस्तान क्रिकेट विवाद: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी आक्रमण के बाद इंडियन गवर्नमेंट हर स्थान में पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति अपना रही है। इस दिशा में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) भी पाकिस्तान के विरुद्ध सख्त कदम उठाने की प्रबन्ध कर रहा है।
भारत पाकिस्तान क्रिकेट विवाद: बीसीसीआई की सख्त रणनीति
बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (BCCI) को पत्र लिखकर मांग की है कि इंडिया और पाकिस्तान को किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट में एक ही ग्रुप में शामिल न किया जाए। इससे पहले भी इंडिया ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज से दूरी बनाए रखी थी। मुंबई आक्रमण के बाद से ही पाकिस्तान के खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की मंजूरी नहीं दी गई है।

शाहिद अफरीदी का विवादास्पद बयान
इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने इंडिया पर निशाना साधते हुए कहा, “आपकी कबड्डी टीम तो पाकिस्तान आ जाती है लेकिन क्रिकेट टीम क्यों नहीं?” अफरीदी ने दावा किया कि पाकिस्तान हमेशा से इंडिया के साथ अच्छे रिश्ते बनाने की कोशिश करता रहा है, जबकि इंडिया से केवल धमकियां मिलती रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2016 वर्ल्ड कप के दौरान भी पाकिस्तान को इंडिया आने को लेकर असमंजस की स्थिति थी।
पाकिस्तान को हो रहा नुकसान
इंडिया और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैचों की अनुपस्थिति का सीधा असर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की आमदनी पर पड़ रहा है। इंडिया के साथ मैचों से होने वाली मोटी कमाई अब पाकिस्तान के हाथ से निकलती जा रही है। यही कारण है कि पाकिस्तान लगातार इंडिया के साथ सीरीज खेलने की प्रयास करता रहता है।
एशिया कप और आगे की रणनीति
ओडीआई वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान ने भारत में मैच खेले थे, लेकिन एशिया कप में पाकिस्तान ने न्यूट्रल वेन्यू पर खेलने की मांग की है। इंडिया और पाकिस्तान एशिया कप में एक ही ग्रुप में हैं, जिससे कम से कम दो मुकाबले दोनों टीमों के बीच होने की संभावना है। हालाँकि, टूर्नामेंट का पूरा शेड्यूल अभी जारी नहीं हुआ है।