शांति वार्ता के 48 घंटे बाद बढ़ा तनाव
काबुल/इस्लामाबाद: पाकिस्तान और अफगानिस्तान(Afghanistan) के बीच चमन-स्पिन बोल्डक सीमा पर शुक्रवार देर रात एक बार फिर भारी गोलाबारी हुई। यह तनाव दोनों देशों के बीच सऊदी अरब(Saudi Arab) में हुई शांति वार्ता के मात्र 48 घंटे बाद पैदा हुआ है। गोलाबारी रात करीब 10 बजे शुरू हुई और देर रात तक चलती रही। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर पहले हमला शुरू करने का आरोप लगा रहे हैं, जिससे सीमा पर स्थिति गंभीर बनी हुई है।
आरोप-प्रत्यारोप: अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद(Zabihullah Mujahid) ने दावा किया कि पाकिस्तान ने कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक इलाके में हमला किया, जबकि पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि अफगान सेना ने बिना उकसावे के गोलाबारी शुरू की।
सुरक्षा अलर्ट: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के प्रवक्ता मोशर्रफ जैदी ने सीमा और नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार रहने की बात कही है। फिलहाल, किसी हताहत की सूचना नहीं है, लेकिन तनाव के कारण चमन-स्पिन बोल्डक बॉर्डर पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
बेनतीजा शांति वार्ता के बाद तनाव में वृद्धि
यह ताजा गोलाबारी ऐसे समय में हुई है जब 2 से 4 दिसंबर तक सऊदी अरब में दोनों देशों के बीच तीसरे दौर की शांति वार्ता हुई थी, जो बिना किसी ठोस नतीजे के समाप्त हो गई। वार्ता में दोनों पक्षों ने युद्धविराम बनाए रखने का वादा किया था, लेकिन प्रतिनिधिमंडलों के स्वदेश लौटने के अगले ही दिन हिंसा भड़क उठी।
आतंकवाद का मुद्दा: पाकिस्तान लगातार यह आरोप लगाता रहा है कि अफगानिस्तान(Afghanistan) की जमीन का इस्तेमाल आतंकवादी हमलों के लिए किया जा रहा है, जिसे तालिबान सरकार सिरे से खारिज करती है। तालिबान का कहना है कि पाकिस्तान अपनी आंतरिक विफलताओं के लिए अफगानिस्तान पर दोष मढ़ रहा है।
पूर्व की कार्रवाई: इस झड़प से पहले, पाकिस्तान ने 24 नवंबर की आधी रात को अफगानिस्तान के तीन प्रांतों (खोस्त, कुनार और पक्तिका) में एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें 10 आम नागरिकों (9 बच्चों और 1 महिला) की मौत हो गई थी, जिसने तनाव को और बढ़ा दिया था।
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डूरंड लाइन विवाद और अस्थिर संबंध
अफगानिस्तान(Afghanistan) और पाकिस्तान के बीच डूरंड लाइन को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। यह सीमा ब्रिटिश काल में खींची गई थी, जिसे दोनों तरफ के पठान समुदाय ऐतिहासिक रूप से स्वीकार नहीं करते।
विवाद की जड़: यह अनसुलझा सीमा विवाद और एक-दूसरे पर आतंकियों को शरण देने का आरोप दोनों देशों के संबंधों में अस्थिरता का मुख्य कारण है।
तालिबान के बाद स्थिति: 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव में और अधिक वृद्धि हुई है, जिससे सीमावर्ती इलाकों में लगातार हिंसा की आशंका बनी रहती है।
चमन-स्पिन बोल्डक सीमा पर गोलाबारी किस घटना के कितने समय बाद हुई?
यह गोलाबारी सऊदी अरब में दोनों देशों के बीच तीसरे दौर की शांति वार्ता के 48 घंटे बाद हुई, जो 2 से 4 दिसंबर तक चली थी।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव का मुख्य ऐतिहासिक कारण क्या है?
दोनों देशों के बीच तनाव का मुख्य ऐतिहासिक कारण डूरंड लाइन को लेकर लंबे समय से चला आ रहा सीमा विवाद है, जिसे दोनों तरफ के पठान समुदाय स्वीकार नहीं करते हैं।
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