बीजिंग । राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से चीन (China) बौखला गया है। चीन ने अब घोषणा की है कि वह जल्द ही कई सामानों की ग्लोबल सप्लाई बंद कर देगा, जिसका असर अमेरिका, यूरोप और दुनिया के अन्य देशों पर पड़ेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन नवंबर से कार, कंप्यूटर, चिप, टैंक और फाइटर जेट (Fighter Jet) जैसी चीजों की सप्लाई रोक देगा।
- 8 नवंबर: प्रतिबंधों का पहला चरण शुरू
- 1 दिसंबर: दूसरे चरण की शुरुआत
चीन का यह कदम वैश्विक बाजार में कच्चे माल की सप्लाई पर असर डाल रहा है।
ट्रंप के टैरिफ के जवाब में पलटवार
बीते शुक्रवार को ट्रंप ने चीन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इस विरोध में चीन ने वैश्विक सप्लाई रोकने का फैसला लिया है। इससे पहले अप्रैल में चीन ने रेयर अर्थ (Rare Earth) और मैग्नेट की सप्लाई पर रोक लगाई थी, जिससे दुनियाभर में ई-वाहन और कंप्यूटर चिप सहित कई डिवाइस का उत्पादन प्रभावित हुआ।
मिलिट्री उपकरण पर भी रोक
चीन ने अब मिलिट्री कंपोनेंट और कई सैन्य उपकरणों के निर्यात पर भी रोक लगाने की घोषणा की है।
इसमें शामिल हैं:
- मिसाइल और फाइटर जेट में उपयोग होने वाले इलेक्ट्रिक मोटर
- टैंक में रेंज तय करने वाले उपकरण
- लक्षित करने वाले आयुध और अन्य सैन्य उपकरण
यूरोप और यूक्रेन पर असर
चीन का नया कदम यूरोप के लिए सैन्य संकट पैदा कर सकता है।
- यूरोपीय देश रूस के खिलाफ अपनी सैन्य शक्ति मजबूत करने में जुटे हैं।
- चीन के इस कदम से रूस और चीन की रणनीति यूरोप पर भारी पड़ सकती है।
- यूरोपीय यूनियन ने पहले ही चीन के ई-वाहनों पर टैरिफ लगाए थे, जिससे चीन पहले से नाराज था।
वैश्विक बाजार पर व्यापक प्रभाव
टैरिफ और सप्लाई प्रतिबंध के कारण वैश्विक विनिर्माण और कच्चे माल की उपलब्धता प्रभावित होगी।
भारत समेत अन्य देशों के विनिर्माण सेक्टर पर भी इसका असर दिखाई देगा।
टैरिफ क्या है?
टैरिफ या आयात कर किसी राष्ट्रीय सरकार , सीमा शुल्क क्षेत्र या सुपरनैशनल संघ द्वारा माल के आयात पर लगाया गया शुल्क होता है और इसका भुगतान आयातक द्वारा किया जाता है। अपवादस्वरूप, माल या कच्चे माल के निर्यात पर निर्यात कर लगाया जा सकता है और इसका भुगतान निर्यातक द्वारा किया जाता है।
टैरिफ कितने प्रकार के होते हैं?
टैरिफ मुख्य रूप से यथामूल्य, विशिष्ट, और मिश्रित तीन प्रकार के होते हैं, जिन्हें उत्पाद के मूल्य के प्रतिशत, प्रति इकाई शुल्क, या दोनों के संयोजन के रूप में लगाया जाता है। इसके अतिरिक्त, टैरिफ को उनके उद्देश्य के आधार पर राजस्व टैरिफ और सुरक्षात्मक टैरिफ जैसे अन्य प्रकारों में भी वर्गीकृत किया जा सकता है।
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