Hong Kong fire : हांगकांग में हुए भीषण अग्निकांड ने पूरे शहर को गहरे सदमे में डाल दिया है। उत्तरी हांगकांग के ताइ पो इलाके में स्थित वांग फुक कोर्ट नामक विशाल आवासीय परिसर में बुधवार दोपहर आग भड़क उठी। इस परिसर में आठ ऊंची इमारतें और लगभग 2,000 अपार्टमेंट थे। हादसे में अब तक 44 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है, जिसे दशकों में हांगकांग की सबसे भयावह आग की घटनाओं में से एक माना जा रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, घटना स्थल पर नौ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि (Hong Kong fire) अस्पताल ले जाए गए चार अन्य लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। कम से कम 15 लोग घायल बताए गए हैं। सैकड़ों लोग अब भी लापता हैं, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
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पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गैरइरादतन हत्या के संदेह में गिरफ्तार किया है, हालांकि आरोपों का विस्तृत विवरण फिलहाल साझा नहीं किया गया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आग इमारतों के बाहर लगे बांस के मचान से शुरू हुई, जहां मरम्मत का काम चल रहा था। तेज हवा और जलते हुए मलबे के कारण आग तेजी से एक इमारत से दूसरी इमारत में फैल गई।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में बड़ी संख्या में बुजुर्ग रहते हैं, जिनकी आवाजाही सीमित थी। मरम्मत कार्य के चलते कई खिड़कियां बंद थीं, जिससे कुछ लोगों को आग की भनक तक नहीं लगी। पड़ोसियों ने फोन कर लोगों को सतर्क किया, जिसके बाद कुछ लोग समय रहते बाहर निकल पाए।
इस हादसे में एक दमकलकर्मी की भी ड्यूटी के दौरान मौत हो गई, जिसकी पुष्टि अधिकारियों ने की है। सरकार ने करीब 900 लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में स्थानांतरित किया है। दमकल विभाग ने बताया कि आग की तीव्रता के कारण कुछ मंजिलों पर फंसे लोगों तक अब तक पहुंचना संभव नहीं हो पाया है, हालांकि राहत कार्य जारी है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस त्रासदी पर गहरा दुख जताते हुए पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। प्रशासन ने आग के कारणों और इमारतों की बाहरी संरचनाओं में इस्तेमाल सामग्री की भूमिका की विस्तृत जांच शुरू करने की घोषणा की है।
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