इस्लामाबाद । पेशावर में हुए आतंकी हमले (Terrorist Attack) में कम से कम 9 लोगों की जान चली गई, जिसमें अधिकांश कानून प्रवर्तन अधिकारी शामिल हैं। धमाका उस वक्त हुआ जब सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर सड़क पर एक उपकरण रखा गया था।
पुलिस और अधिकारियों को निशाना
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मसूद बंगश (Masood Bangas) ने बताया कि कानून प्रवर्तन अधिकारी घटनास्थल की जांच में लगे हुए हैं और साक्ष्य इकट्ठे किए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच से पता चला कि विस्फोटक उपकरण पुलिस वैन के रास्ते में लगाया गया था।
घायल अधिकारियों की हालत गंभीर
पुलिस अधिकारी मियां सईद (Miya Sayeed) ने कहा कि घायल हुए अधिकारियों की हालत गंभीर बनी हुई है। बम विस्फोट के तुरंत बाद सुरक्षा बलों की बड़ी संख्या को घटनास्थल पर तैनात किया गया और पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई।
पाकिस्तान में लगातार सुरक्षा बलों को निशाना
पाकिस्तान में हाल ही में यह पहला धमाका नहीं है। 30 सितंबर को बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में फ्रंटियर कॉर्प्स हेडक्वार्टर के पास भी शक्तिशाली विस्फोट हुआ था। उस हमले में कम से कम 10 लोगों की मौत और 32 लोग घायल हुए थे। पाकिस्तान में सुरक्षा बलों को लगातार निशाना बनाने वाली ये घटनाएँ देश के लिए गंभीर चिंता का विषय बनी हुई हैं।
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