वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने पुष्टि की है कि वे 15 अगस्त को अलास्का में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। इस बैठक का मकसद यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए संभावित शांति समझौते पर चर्चा करना है, लेकिन ट्रंप ने संकेत दिया कि इसमें ‘कुछ क्षेत्रों की अदला-बदली’ हो सकती है, जो पहले से ही विवादित मुद्दा है। बता दें कि अलास्का अमेरिका का सबसे बड़ा और उत्तरी राज्य है। कनाडा के युकॉन और ब्रिटिश कोलंबिया प्रांतों के पश्चिम में यह स्थित है। खास बात है कि इसे अमेरिका ने रूस से ही खरीदा था।
1867 में इसे लेकर समझौता हुआ था। तब की कीमत के हिसाब से इसे 72 लाख अमेरिकी डॉलर (Americi Dollar) में खरीदा गया था। शुरुआत में कई अमेरिकी लोगों ने इसे एकदम बेकार डील माना, लेकिन बाद में यहां सोना, तेल और गैस का बड़ा भंडार मिला, जिससे साफ हो गया कि यह डील अमेरिका के लिए बहुत फायदेमंद साबित हुई। चुनाव से पहले ट्रंप कहते रहे हैं कि सत्ता में आने के बाद एक दिन में वह इस युद्ध को खत्म कर देंगे। ट्रंप अपने कार्यकाल में कई बार पुतिन के साथ दोस्ताना रुख दिखा चुके हैं, यहां तक कि उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की तुलना में पुतिन का पक्ष लिया था।
ट्रंप ने कहा, ‘हम रूस से बातचीत शुरू करेंगे
हालांकि हाल के हफ्तों में रूस के लगातार हमलों को लेकर उनका रुख सख्त हुआ है। पिछले हफ्ते उन्होंने रूस को चेतावनी दी थी कि अगर हमले नहीं रुके तो नए प्रतिबंध और व्यापारिक शुल्क लगाए जाएंगे। वाइट हाउस में आर्मेनिया और अजरबैजान के नेताओं से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने कहा, ‘हम रूस से बातचीत शुरू करेंगे। यह बेहद जटिल मामला है, लेकिन हम कुछ वापस पाएंगे और कुछ बदले जाएंगे। यह दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद होगा।’
इस मीटिंग से पहले ट्रंप ने संकेत दिया था कि वह पुतिन से मिलना चाहते हैं। यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगी लंबे समय से किसी भी ऐसे समझौते का विरोध करते रहे हैं, जिसमें रूस को क्रीमिया, डोनेत्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और जापोरिजिया जैसे कब्जाए गए क्षेत्रों पर अधिकार दे दिया जाए। वहीं, पुतिन बार-बार कह चुके हैं कि किसी भी डील में यूक्रेन को 2014 के बाद से रूस के कब्जे में आए कुछ क्षेत्रों को छोड़ना होगा। इसके साथ ही वे पश्चिमी देशों से यूक्रेन को दी जा रही सैन्य मदद रोकने और नाटो में शामिल होने की कोशिश खत्म करने की मांग भी रखते हैं।
पुतिन क्यों प्रसिद्ध है?
पर्यवेक्षक पुतिन की उच्च स्वीकृति रेटिंग को उनके कार्यकाल के दौरान जीवन स्तर में हुए उल्लेखनीय सुधारों और विश्व पटल पर रूस की पुनः स्थापना का परिणाम मानते हैं। एक विश्लेषण के अनुसार, पुतिन की लोकप्रियता का श्रेय आंशिक रूप से सरकारी स्वामित्व वाले या सरकारी नियंत्रण वाले टेलीविजन को दिया जाता है।
Read more : Railway : रेलयात्रियों के लिए खुशखबरी, राउंड ट्रिप टिकट पर 20 % की छूट