अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) ने सोमवार को कहा कि सोने के आयात पर कोई अतिरिक्त टैरिफ (आयात शुल्क) नहीं लगाया जाएगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका में कुछ प्रशासनिक भ्रम के चलते वैश्विक सोना व्यापार को लेकर अनिश्चितता फैल गई थी।
ट्रंप ने भ्रम किया दूर
सोमवार को ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर एक संक्षिप्त लेकिन स्पष्ट संदेश में कहा: “(Gold will not be Tariffed)”(“सोने पर कोई टैक्स नहीं लगेगा!”) हालांकि उन्होंने इसके अलावा कोई और विस्तृत जानकारी नहीं दी।
- 1 किलोग्राम और 100 औंस वजन वाले सोने के बारों को ऐसे कस्टम कोड में वर्गीकृत किया जाएगा,
- जिस पर 39% टैरिफ (import duty) लागू होगा।
इस फैसले से स्विस रिफाइनरियों और वैश्विक सोना व्यापार से जुड़े निवेशकों और व्यापारियों में खलबली मच गई थी, क्योंकि यह शुल्क सोने के व्यापार को काफी महंगा और कठिन बना सकता था।
क्यों था ये फैसला इतना अहम?
- स्विट्ज़रलैंड, अमेरिका का एक प्रमुख सोना निर्यातक देश है।
- अमेरिका में ट्रेड होने वाले ज़्यादातर गोल्ड बार (जैसे Comex पर) 1 किलोग्राम के ही होते हैं।
- अगर इन पर शुल्क लगता, तो वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें और डिलीवरी व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होती।
- इससे Safe Haven माने जाने वाले गोल्ड में निवेश करना भी महंगा हो जाता।
ट्रंप के बयान का असर
राष्ट्रपति ट्रंप के इस बयान के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि अब यह 39% टैरिफ लागू नहीं होगा। ब्लूमबर्ग ने पहले ही शुक्रवार की शाम यह रिपोर्ट दी थी कि सरकार सोने और कुछ अन्य “विशेष उत्पादों” पर टैरिफ नहीं लगाने वाली है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर यह कहा था कि सोने पर टैरिफ की जो खबरें सामने आई थीं, वे गलत सूचना (misinformation) थीं ।
बिडेन के तहत टैरिफ कितने थे?
जेपी मॉर्गन चेज़ के अनुसार, चीनी वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ की प्रभावी दर 2018 में 0-5% के बीच थी और 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन के पदभार ग्रहण करने तक यह लगभग 20% तक पहुँच गई। बाइडेन प्रशासन ने चीनी आयातों पर ट्रंप-काल के टैरिफ वापस नहीं लिए और यह दर बाइडेन के पूरे कार्यकाल में स्थिर रही।
ट्रम्प का स्टेक कब था?
ट्रम्प स्टीक्स, स्टेक और अन्य मीट का एक ब्रांड था जिसे डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लाइसेंस प्राप्त था। यह ब्रांड मई 2007 में लॉन्च किया गया था और इसे विशेष रूप से द शार्पर इमेज और क्यूवीसी के माध्यम से बेचा जाता था।
Read more : Pune : मंदिर जा रहे श्रद्धालुओं की जीप खाई में गिरी, 10 महिलाओं की मौत