वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने दीपावली पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया। उन्होंने व्हाइट हाउस (White House) में दीपक जलाया और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से बात की। दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों और पाकिस्तान की स्थिति पर चर्चा की।
भारत-अमेरिका व्यापार और पाकिस्तान मुद्दे पर चर्चा
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से व्यापार पर चर्चा की और यह बातचीत बहुत सकारात्मक रही।
उन्होंने यह भी बताया कि दोनों नेताओं ने पाकिस्तान के साथ युद्ध न होने पर सहमति जताई।
ट्रंप ने पीएम मोदी को अपने पुराने मित्र और शानदार व्यक्ति करार दिया।
भारत पर अमेरिकी आयात शुल्क और चीन के साथ विवाद
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत पर 25 प्रतिशत नया टैरिफ लगाया है, जिससे इस वर्ष कुल अमेरिकी आयात शुल्क 50 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। चीन के साथ व्यापारिक विवाद पर उन्होंने कहा कि एक नवंबर से चीन पर लगभग 155 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा। ट्रंप ने चीन पर लगाए गए शुल्क को अस्थायी कठिनाई बताते हुए कहा कि वे चीन के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहते हैं, लेकिन पिछले सालों में नुकसान हुआ।
मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया पर ट्रंप का दावा
ट्रंप ने कहा कि उनके कार्यकाल में दुनिया के कई हिस्सों में शांति स्थापित हुई है। कई देशों ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो पहले असंभव माना जाता था। उन्होंने बताया कि हाल ही में मध्य पूर्व से कॉल आई, और वहां स्थितियाँ सकारात्मक हैं।
पीएम मोदी ने ट्रंप को धन्यवाद कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा, “आपके फोन कॉल और दिवाली की हार्दिक शुभकामनाओं के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद। इस प्रकाश पर्व पर हमारी दोनों महान लोकतांत्रिक राष्ट्र आशा की किरण बनकर विश्व को प्रकाशित करें और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट खड़े रहें।”
डोनाल्ड ट्रम्प कौन हैं?
डोनाल्ड जॉन ट्रम्प (जन्म 14 जून, 1946) एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ, मीडिया व्यक्तित्व और व्यवसायी हैं जो संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति हैं। रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य, उन्होंने 2017 से 2021 तक 45वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
डोनाल्ड ट्रम्प किस धर्म के हैं?
डोनाल्ड ट्रंप का पालन-पोषण उनकी स्कॉटिश मूल की मां के प्रेस्बिटेरियन धर्म में हुआ और उन्होंने अपने वयस्क जीवन के अधिकांश समय सार्वजनिक रूप से इसी धर्म को अपनाया, जिसमें 2016 का राष्ट्रपति अभियान भी शामिल है।
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