वाशिंगटन। टैरिफ की धमकी बेअसर होती देख अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अब परमाणु परीक्षण (Nuclear Test) के जरिये दुनिया को चेतावनी देने की कोशिश में लग गए हैं। उन्होंने गुरुवार को घोषणा की कि अमेरिका अब अपने परमाणु हथियार परीक्षण कार्यक्रमों को तेज करेगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस ने हाल ही में परमाणु-संचालित पानी के भीतर चलने वाले ड्रोन और परमाणु-सक्षम क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षणों का दावा किया है।
“अमेरिका भी करेगा समान स्तर पर परीक्षण” : ट्रंप
ट्रंप ने ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, अन्य देशों के परीक्षण कार्यक्रमों को देखते हुए, मैंने युद्ध विभाग को निर्देश दिया है कि वे हमारे परमाणु हथियारों का परीक्षण समान स्तर पर शुरू करें। यह प्रक्रिया तुरंत प्रारंभ की जाएगी। उनके इस बयान ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि यह कदम परमाणु निरस्त्रीकरण के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के विपरीत माना जा रहा है।
रूस और चीन से पीछे न रह जाए, यह है ट्रंप की चिंता
रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप को आशंका है कि रूस और चीन जल्द ही अमेरिका की परमाणु शक्ति के बराबर पहुंच सकते हैं, जबकि अमेरिका के पास वर्तमान में दुनिया में सबसे अधिक परमाणु हथियारों का भंडार है।
उन्होंने कहा, अमेरिका के पास किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं। यह मेरे पहले कार्यकाल में ही संभव हुआ, जब मौजूदा हथियारों का पूर्ण नवीनीकरण किया गया।”
मेरे पास कोई विकल्प नहीं था : ट्रंप
ट्रंप ने आगे कहा कि हालांकि यह कदम उन्हें पसंद नहीं था, लेकिन “रूस और चीन की बढ़ती गतिविधियों के कारण उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा था।” उन्होंने दावा किया कि अगले पांच सालों में रूस और चीन अमेरिका की बराबरी पर आ सकते हैं, इसलिए अमेरिका को भी “तत्काल परीक्षण” शुरू करने होंगे।
शी जिनपिंग से मुलाकात से पहले आया विवादित ऐलान
ट्रंप की यह घोषणा उस समय आई जब वे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने वाले थे। माना जा रहा है कि यह बैठक एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते परमाणु तनाव को कम करने के प्रयासों पर केंद्रित होगी।
ट्रंप पहले भी चीन के साथ नई परमाणु संधि पर बातचीत की इच्छा जता चुके हैं। परमाणु नीति विशेषज्ञों के अनुसार, यदि अमेरिका वास्तव में परीक्षण शुरू करता है, तो यह 1992 के बाद पहली बार होगा, जब वाशिंगटन औपचारिक रूप से परमाणु परीक्षण करेगा।
रूस के ‘सुपरवेपन्स’ परीक्षण से बढ़ी वैश्विक चिंता
हाल के हफ्तों में रूस ने अपने एडवांस्ड परमाणु हथियारों के परीक्षणों में तेजी लाई है। इनमें वे हथियार शामिल हैं जो मिसाइल रक्षा प्रणालियों को निष्क्रिय करने की क्षमता रखते हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि ये परीक्षण रूस की सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं।
पुतिन पर भी साधा ट्रंप ने निशाना
ट्रंप ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, पुतिन का हालिया मिसाइल परीक्षण उचित नहीं है। उन्हें युद्ध समाप्त करने पर ध्यान देना चाहिए।”
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