Jyestha Amavasya 2025: जीवन की परेशानियों से मुक्ति दिलाने वाले उपाय

By Madhavi
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Jyestha Amavasya 2025

Jyestha Amavasya 2025: ज्येष्ठ अमावस्या हिंदू पंचांग के मुताबिक एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो इस बार 27 मई 2025 को पड़ रही है। इस दिन शनि जयंती भी मनाई जाती है, जिससे इसका धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व और भी बढ़ जाता है। ज्येष्ठ अमावस्या की रात्रि को किए गए कुछ सरल लेकिन प्रभावशाली उपाय आपके जीवन से आर्थिक, मानसिक और पितृ दोष संबंधी परेशानियां दूर कर सकते हैं।

Jyestha Amavasya 2025: तिथि और वक्त

  • अमावस्या शुरू: 26 मई 2025, दोपहर 12:14 बजे
  • अमावस्या समाप्त: 27 मई 2025, प्रातःकाल 8:34 बजे
  • मान्य तिथि (उदयकालीन): 27 मई 2025

ज्येष्ठ अमावस्या पर करें ये चमत्कारी उपाय

मुख्य द्वार पर दीपक जलाना

अमावस्या की रात्रि को निवास के मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं। इससे:

  • निवास की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है
  • सकारात्मकता और धन का आगमन होता है
  • शनि दोष से राहत मिलती है
Jyestha Amavasya 2025

सरसों और काले तिल का दान करें

शनि जयंती के अवसर पर:

  • किसी शनि देवालय या गरीब व्यक्ति को सरसों और काले तिल का दान करें
  • इससे शनि ग्रह की बाधाएं दूर होती हैं
  • रुके हुए कामों में गति आती है

घर में धूप करें: लौंग और कपूर जलाएं

यदि जीवन में:

  • पैसे की तंगी बनी रहती है
  • कुटुंब में तनाव और आलस्य है

तो अमावस्या की रात में:

  • एक कटोरी में लौंग और कपूर जलाकर पूरे गृह में उसका धुआं फैलाएं
  • इससे वातावरण शुद्ध होता है और बाधाएं दूर होती हैं

पितृ शांति के लिए चौमुखी दीपक जलाएं

पितृ दोष से मुक्ति के लिए:

  • गृह की दक्षिण दिशा में चौमुखी दीपक जलाएं
  • साथ में जपें:
    “ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्।”
  • इससे पितरों की कृपा प्राप्त होती है और सुख-समृद्धि बढ़ती है

मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं

  • शाम को किसी नदी या तालाब में जाकर मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं
  • यह उपाय विशेष रूप से पितृ तृप्ति और पुण्य के लिए लाभकारी है

ध्यान और योग करें

  • ज्येष्ठ अमावस्या की रात एकांत और शांत स्थान पर ध्यान करें
  • इससे मानसिक शांति के साथ-साथ आध्यात्मिक उन्नति भी होती है

जो लोग साधना या तप करते हैं, उनके लिए यह रात विशेष फलदायी होती है

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