कर्तव्य में लापरवाही के लिए कर दिया गया है निलंबित
कोत्तागुडेम। भद्राचलम स्थित तेलंगाना ट्राइबल वेलफेयर गुरुकुल गर्ल्स कॉलेज (Telangana Tribal Welfare Gurukul Girls College) की प्रिंसिपल और वार्डन को शुक्रवार को छात्राओं को परोसे गए नाश्ते में कीड़े मिलने के बाद निलंबित कर दिया गया। तेलंगाना सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी (TSWREIS) की सचिव के सीता लक्ष्मी द्वारा रविवार को जारी आदेश के अनुसार, कॉलेज की प्रिंसिपल ए पद्मावती और वार्डन बी राजेश्वरी को कर्तव्य में लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है।
600 छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
इस घटना के बाद लगभग 600 छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिन्होंने खिचड़ी में कीड़े देखकर मामले को स्टाफ के ध्यान में लाया। एकीकृत जनजातीय विकास एजेंसी (आईटीडीए) के परियोजना अधिकारी बी राहुल ने बताया कि यह संक्रमण डीएम नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा आपूर्ति किए गए पुराने चावल (लगभग 19 क्विंटल) के कारण हुआ था। दूषित चावल गिरिजन सहकारी निगम (जीसीसी) को वापस कर दिया गया और उसकी जगह साफ चावल मंगवाया गया। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी चूक को रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

गुरुकुल का क्या अर्थ है?
यह एक प्राचीन भारतीय शिक्षा प्रणाली है जिसमें विद्यार्थी गुरु के आश्रम या निवास स्थान पर रहकर शिक्षा ग्रहण करते थे। यह प्रणाली गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित होती थी, जिसमें नैतिकता, वेद, धर्म, संगीत, युद्धकला आदि की शिक्षा दी जाती थी।
गुरुकुल का इतिहास क्या है?
यह प्रणाली वैदिक काल से चली आ रही है, जब शिक्षा जंगलों में स्थित गुरुओं के आश्रमों में दी जाती थी। यह व्यवस्था मौखिक परंपरा, अनुशासन और आत्मनिर्भरता पर आधारित थी। आधुनिक विद्यालय प्रणाली आने से पहले यही प्रमुख शिक्षा प्रणाली थी।
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के संस्थापक कौन थे?
यह कांगड़ी विश्वविद्यालय की स्थापना 1902 में स्वामी श्रद्धानंद ने की थी। यह विश्वविद्यालय हरिद्वार में स्थित है और इसका उद्देश्य वैदिक शिक्षा को आधुनिक विषयों के साथ समन्वित करना था। यह भारतीय संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देने वाला प्रमुख संस्थान है।
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