पढ़ने वालों के लिए जन्नत है ये फ्री लाइब्रेरी
जयपुर की अनोखी जैन लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स के लिए 1.65 लाख किताबें फ्री में उपलब्ध हैं. डी. आर. मेहता द्वारा स्थापित इस लाइब्रेरी में विभिन्न भाषाओं और विषयों की किताबें हैं।
- जयपुर की जैन लाइब्रेरी में 1.65 लाख किताबें मुफ्त उपलब्ध हैं।
- लाइब्रेरी में 50 भाषाओं में रामायण और महाभारत की किताबें हैं।
- महात्मा गांधी पर केंद्रित 7 हजार पुस्तकें भी यहां उपलब्ध हैं।
जयपुर. जयपुर में दुनियाभर के स्टूडेंट्स पढ़ने के लिए पहुंचते हैं. जयपुर में हजारों लाइब्रेरियां हैं जहां दिन रात स्टूडेंट्स पढ़ाई में जुटे रहते हैं लेकिन हर लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स के लिए किताबों की सुविधा नहीं रहती, लेकिन जयपुर के मालवीय नगर में स्थित अनोखी जैन लाइब्रेरी, जहां स्टूडेंट्स के लिए फ्री में लाखों किताबों का संग्रह उपलब्ध है।
आपको बता दें इस अनोखी लाइब्रेरी की शुरुआत प्राकृत भारती अकादमी द्वारा वर्षों पहले हुई थी. इस लाइब्रेरी की शुरुआत डी. आर. मेहता जो सेबी के पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं, साथ ही उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में पद्म विभूषण भी मिल चुका है. हजारों स्टूडेंट्स हैं जो किताबें पढ़ने के शौकीन हैं, लेकिन उन्हें ऐसी जगहों की तलाश रहती हैं जहां उन्हें अपने पसंद ही किताबें पढ़ने को मिले ऐसे ही लोगों के लिए इस लाइब्रेरी की शुरुआत की गई थी. इस अनोखी लाइब्रेरी की सबसे खास बात यह है कि यहां लाखों किताबों हैं जिन्हें वर्षों से संभालकर रखा है ताकि वर्षों तक स्टूडेंट्स पढ़ सकें. यह लाइब्रेरी इतनी भव्य है कि यहां किताबों पर सिर्फ एक नजर डालें तो 2-3 दिन का समय लगता है. लाइब्रेरी में कुल 1 लाख 65 हजार किताबें हैं जो स्टूडेंट्स के लिए बिल्कुल फ्री है।
लाखों किताबों का संग्रह, बिना किसी फीस के उपलब्ध
- जैन लाइब्रेरी में अलग-अलग भाषाओं और विषय की लाखों किताबें हैं जिनमें हिंदू, उर्दू, संस्कृत, फारसी, प्राकृत, अंग्रेजी, चीनी भाषाओं की अलग-अलग किताबें हैं और विज्ञान, दर्शन, साहित्य, धर्म, ज्योतिष, आयुर्वेद, जीवनियां, चित्रकथा जैसी हजारों किताबें हैं, जिन्हें स्टूडेंट्स बिल्कुल फ्री में पढ़ सकते हैं. यहां सामान्य किताबों से ज्यादा शोध करने वाले स्टूडेंट्स के लिए सबसे ज्यादा किताबें हैं जिनकी कीमत हजारों में और बाजारों में हर जगह ऐसी किताबें उपलब्ध भी नहीं हैं जिन्हें यहां स्टूडेंट्स हर समय पढ़ सकते हैं।
- यहां हर साल स्टूडेंट्स के लिए लाखों रुपए की किताबें दुनियाभर के विश्वविद्यालयों और प्रकाशन संस्थानों से खरीदी जाती हैं साथ ही अकादमी में लगभग 524 ग्रन्थों और 62 चित्रकथाओं का प्रकाशन भी किया है. इस लाइब्रेरी में अब तक हजारों स्टूडेंट्स यहां की किताबें पढ़ चुके हैं और वर्तमान में भी हजारों स्टूडेंट्स पढ़ने की आते हैं।
- लाइब्रेरी की सबसे खास बात यह है कि यहां स्टूडेंट्स के लिए तीन मंजिला भवन है जिसमें चार अलग-अलग हॉल बने हैं साथ ही खुले वातावरण में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए गार्डन भी हैं जहां स्टूडेंट्स सुकून के साथ पढ़ सकते हैं. यह जयपुर की एकमात्र ऐसी अनोखी लाइब्रेरी है जहां पढ़ने के लिए किसी प्रकार की कोई फीस नहीं लगती और किताबें लेने के लिए न रजिस्ट्रेशन की जरूरत न आईडी कार्ड की आवश्यकता हैं।
गांधी के जीवन हर किताब यहां पढ़ सकते हैं स्टूडेंट्स
- जैन लाइब्रेरी में लाखों किताबें हैं लेकिन उनमें सबसे खास राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अनोखा संग्रह जिसमें महात्मा गांधी पर केंद्रित करीब 7 हजार पुस्तकें, गांधीजी की आवाज में भाषण, पोस्टर, पिक्चर आदि यहां उपलब्ध हैं जो हर जगह उपलब्ध नहीं हैं, साथ ही लाइब्रेरी में 50 साल पुरानी करीब 5 हजार किताबों का डिजिटलाइजेशन किया जा चुका है, इसके अलावा लाइब्रेरी में 50 अलग-अलग भाषाओं में रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों की अलग-अलग किताबें भी हैं, यह लाइब्रेरी सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खुली रहती है।
- लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स के लिए कुर्सी, मेज व बेंच, पीने के लिए पानी और शौचालय सहित रात में सोलर लाइट से पढ़ने जैसी तमाम सुविधाएं हैं, साथ यह लाइब्रेरी उन लोगों के लिए हैं जिन्हें किताबें पढ़ने का शौक है उनके जीवन में किताबें का महत्व सबसे ज्यादा रहता है, उनके लिए यह लाइब्रेरी किसी पुस्तक मेले की तरह है जहां वह अपना पूरा जीवन लगाकर भी इतनी किताबें नहीं पढ़ सकते हैं।