गाजियाबाद। भारतीय वायुसेना ने बुधवार को अपना 93वां स्थापना दिवस हिंडन एयरबेस (Hinden Airbase) पर मनाया। इस अवसर पर एयर चीफ मार्शल एपी सिंह (Air Chief Marshel AP Singh) ने परेड की सलामी ली और वायुसेना के जांबाज फाइटर पायलट्स एवं अधिकारियों को वीरता पुरस्कार प्रदान किए। इस वर्ष की थीम ‘सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भर’ रखी गई और दिवस ‘ऑपरेशन सिंधु’ के वीर योद्धाओं को समर्पित किया गया।
वायुसेना प्रमुख के संबोधन से झलकते हैं प्रमुख बिंदु
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने संघर्षग्रस्त क्षेत्रों से नागरिकों को सुरक्षित निकालने और अंतर्राष्ट्रीय संकट में सहायता देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि राहत सामग्री और कर्मियों को हवाई मार्ग से पहुँचाया गया। इसके अलावा उन्होंने वायुसेना की सामरिक दक्षता, अनुशासन और निष्ठा को सर्वोच्च आदर्श बताया।
हाई-टेक विमानों ने मनाया पर्व
समारोह की शुरुआत एयर शो से हुई, जिसमें सुखोई, राफेल, मिग-29 और तेजस जैसे विमानों ने आसमान में करतब दिखाए। विमानों से तिरंगा लहराया गया और हेलीकॉप्टरों से पुष्प वर्षा की गई।
स्वदेशी तकनीक और हथियारों की ताकत
एयर चीफ ने कहा कि स्वदेशी विमानों और मिसाइलों के इस्तेमाल से भारतीय वायु शक्ति और मजबूत हुई है। उन्होंने वायुसेना की ऐतिहासिक उपलब्धियों को याद करते हुए 1947, 1965, 1971, 1999, 2019 और हालिया ऑपरेशन सिंधूर में वायुसेना की भूमिका को विशेष तौर पर रेखांकित किया।
वीरता और नेतृत्व को सलाम
इस अवसर पर 97 वायुवीरों को वीरता पुरस्कार प्रदान किए गए। एयर चीफ मार्शल ने कहा कि आज वायु योद्धाओं में जवाबदेही और सुरक्षा की संस्कृति गहराई तक पैठ चुकी है और वे हर स्तर पर नेतृत्व और दूरदर्शिता का परिचय दे रहे हैं।
Read More :