नई दिल्ली: भारत के उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले इंडिया (INDIA) गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात ने सियासी हलचल मचा दी है। यह मुलाकात 4 सितंबर 2025 को पटना में लालू के आवास पर हुई, जिसके बाद बीजेपी ने इस पर तीखा हमला बोला।
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इसे ‘सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी पर चौंकाने वाला बयान’ करार दिया, क्योंकि लालू चारा घोटाले में दोषी हैं और उपराष्ट्रपति चुनाव के मतदाता कॉलेज में उनका कोई वोट नहीं है। मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि यह मुलाकात न केवल खराब छवि पेश करती है, बल्कि यह उच्च संवैधानिक पद की आकांक्षा रखने वाले व्यक्ति के लिए अनुचित है। उन्होंने रिटायर्ड जजों और संवैधानिक नैतिकता के स्वयंभू रक्षकों की चुप्पी को भी ‘पाखंड’ बताया।
बी. सुदर्शन रेड्डी, जो गोवा के पहले लोकायुक्त भी रह चुके हैं, को इंडिया गठबंधन ने 9 सितंबर 2025 को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार चुना है। उनका मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन से है। रेड्डी का जन्म तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में हुआ था और उन्होंने 1971 में उस्मानिया विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की थी। वे 2007 से 2011 तक सुप्रीम कोर्ट के जज रहे
लालू ने इस मुलाकात की तस्वीरें अपने एक्स हैंडल पर साझा कीं, और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि रेड्डी को उनके सभी सांसदों का समर्थन मिलेगा। यह मुलाकात इंडिया गठबंधन की एकता को दर्शाने के लिए थी, क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी 8 सितंबर को गठबंधन सांसदों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया।[
हालांकि, बीजेपी के पास लोकसभा और राज्यसभा में 422 सांसदों का समर्थन है, जो जीत के लिए 394 वोटों से अधिक है। इस मुलाकात ने विपक्ष की रणनीति पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि लालू का राजनीतिक प्रभाव तो है, लेकिन उनकी छवि विवादास्पद रही है। पुलिस और जांच एजेंसियां इस मामले पर अभी कोई टिप्पणी नहीं कर रही हैं
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