गाड़ी खाई में गिरी, 1 की मौत, 5 लोग घायल
- पहाड़ी से अचानक गिरे भारी पत्थर
- अनियंत्रित होकर कार गहरी खाई में गिरी
- एक व्यक्ति की मौके पर मौत, 5 घायल — जिनमें कुछ की हालत गंभीर
- स्थानीय लोगों और रेस्क्यू टीम ने मिलकर घायलों को बाहर निकाला
- घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) जिले में रविवार को पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से एक कार खाई में गिर गई, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा दो बच्चों सहित पांच अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि यह घटना शाम करीब पौने 6 बजे केदारनाथ नेशनल हाईवे पर कुंड और काकड़ागाड़ के मध्य उस समय हुई जब पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण एक कार अनियंत्रित होकर नदी किनारे खाई में गिर गई।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम को एक व्यक्ति बेहोशी की हालत में मिला, जबकि पांच अन्य घायल थे। सभी को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अगस्त्यमुनि भेजा गया।
मृतक और घायलों के नाम
पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में उत्तर प्रदेश (UP) के बाराबंकी जिले के शांति नगर निवासी 40 वर्षीय मुकेश कुमार की मौत हो गई। घायलों में मृतक की पत्नी अंजलि मौर्य (32), पुत्री अमोली (5), लखनऊ निवासी अरुण मौर्य (40), उनकी पत्नी रचना और ढाई वर्षीय पुत्री पीहू शामिल हैं।
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कुंड से रुद्रप्रयाग की ओर लौट रहे थे सभी
हादसा उस वक्त हुआ जब ये सभी कुंड से रुद्रप्रयाग की ओर लौट रहे थे। वहीं, केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने सीएमओ रुद्रप्रयाग को फोन कर घायलों को हर संभव सहयोग के निर्देश दिए।
इतिहास क्या है?
जिला 16 सितंबर 1 99 7 को स्थापित किया गया था। यह अलकनन्दा और मंदाकिनी दो नदियों के संगम पर स्थित है। रुद्रप्रयाग, पंच प्रयागों में से एक है और अलकनंदा नदी के पांच संगम में से एक हैं। रुद्रप्रयाग को प्राकृतिक सौन्दर्य उपहार स्वरुप प्राप्त हुआ है जो जलवायु क्षेत्र की ऊंचाई पर निर्भर करता है।
घूमने के लिए कौन सी जगहें हैं रुद्रप्रयाग में ?
रुद्रप्रयाग और उसके आसपास कई मंदिर और धार्मिक स्थल हैं जहाँ दर्शन किए जा सकते हैं। कोटेश्वर महादेव और धारी देवी रुद्रप्रयाग के प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल हैं जहाँ पर्यटक और तीर्थयात्री समान रूप से आते हैं। प्रतिष्ठित चोपता रुद्रप्रयाग से 64 किलोमीटर दूर स्थित है।
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