बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) की तैयारियां बेहद तेजी से चल रहीं हैं। इन तैयारियों की समीक्षा करने मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार (Gyanesh Kumar) 4 और 5 अक्टूबर को बिहार का दौरा करेंगे। इस दौरान चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी (Vivek Joshi) भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
चुनाव आयोग की टीम करेगी समीक्षा
अधिकारियों के अनुसार, चुनाव आयोग (ईसी) की टीम आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले चुनाव अधिकारियों द्वारा राज्य का दौरा करना एक प्रथा है।
त्यौहारी सीजन से बढ़ी चुनौती
आगामी त्यौहारी सीजन, जिसमें दिवाली और छठ शामिल हैं, चुनाव आयोग के लिए अतिरिक्त चुनौती लेकर आया है। मतदाताओं को किसी भी प्रकार की परेशानी से बचाने के लिए आयोग विशेष सतर्कता बरत रहा है। अटकलें हैं कि बिहार दौरे के बाद चुनाव आयोग जल्द ही विधानसभा चुनावों की औपचारिक घोषणा कर सकता है।
विपक्ष की आलोचना, आयोग का जवाब
बिहार में विपक्षी दलों ने एसआईआर प्रक्रिया की कड़ी आलोचना की है और आरोप लगाया है कि इससे करोड़ों वास्तविक मतदाता मताधिकार से वंचित हो सकते हैं। हालांकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य चुनावी प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करना है।
पिछले चुनाव का संदर्भ
उल्लेखनीय है कि पिछले रुझानों के आधार पर इस बार भी चुनाव आयोग तीन से चार चरणों में चुनाव करा सकता है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को तीन चरणों में मतदान हुआ था और 10 नवंबर को परिणाम घोषित किए गए थे।
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