अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने डॉ. काकोली घोष (Kakoli Ghosh) दस्तीदार को लोकसभा में पार्टी का नया मुख्य सचेतक नियुक्त किया है। कल्याण बनर्जी के अचानक इस्तीफे के बाद टीएमसी की ओर से यह आधिकारिक घोषणा की गई है। टीएमसी (TMC) ने एक्स पर कहा कि वरिष्ठ सांसदों के परामर्श से, अध्यक्ष ने डॉ. काकोली घोष दस्तीदार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नए मुख्य सचेतक और श्रीमती शताब्दी रॉय को लोकसभा में एआईटीसी के नए उपनेता के रूप में तत्काल प्रभाव से नामित किया है। आधिकारिक बयान में आगे कहा गया है कि हम दोनों को उनकी नई भूमिकाओं और बंगाल के गौरव, अधिकार और सम्मान को बनाए रखने के उनके निरंतर प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हैं।
..मैंने पद छोड़ने का फैसला किया है
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने सोमवार को लोकसभा में मुख्य सचेतक के पद से इस्तीफा दे दिया। उनका यह चौंकाने वाला फैसला टीएमसी सांसदों की एक वर्चुअल बैठक के बाद सामने आया, जिसकी अध्यक्षता पार्टी नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की। बनर्जी ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘मैंने लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक का पद छोड़ दिया है, क्योंकि ‘दीदी’ (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) ने वर्चुअल बैठक के दौरान कहा था कि पार्टी सांसदों के बीच समन्वय की कमी है। इसलिए दोष मुझ पर है। इसलिए, मैंने पद छोड़ने का फैसला किया है।’

दीदी कहती हैं कि सांसद झगड़ रहे हैं…
रिपोर्टों के अनुसार, टीएमसी सांसद, साथी सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा उन पर किए गए अपमान पर पार्टी की चुप्पी से नाराज़ और आहत थे। उनके हवाले से कहा गया है, ‘दीदी कहती हैं कि सांसद झगड़ रहे हैं… क्या मुझे उन लोगों को बर्दाश्त करना चाहिए जो मुझे गाली देते हैं? मैंने पार्टी नेतृत्व को सूचित किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बजाय, मुझे ही दोषी ठहराया जा रहा है। दीदी को पार्टी अपने तरीके से चलाने दें… मैं इतना परेशान हूँ कि मैं राजनीति छोड़ने के बारे में भी सोच रहा हूँ।’
काकोली घोष दस्तीदार की योग्यता क्या है?
राजनीति से पहले उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त की। वे MBBS और MD (Gynecology) की डिग्री धारक हैं। काकोली घोष दस्तीदार ने महिला स्वास्थ्य और सामाजिक विषयों पर सक्रिय रूप से कार्य किया है और संसद में भी स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर मुखर रही हैं।
विक्रम घोष क्या बजाते थे?
भारतीय शास्त्रीय संगीत में विक्रम घोष एक प्रसिद्ध तबला वादक हैं। उन्होंने तबला के साथ-साथ परकशन इंस्ट्रूमेंट्स में भी महारत हासिल की है। वे पंडित रविशंकर के साथ भी मंच साझा कर चुके हैं और फ़्यूज़न संगीत में भी उनकी एक खास पहचान है।
Asifabad : बुजुर्ग महिला ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर जमीन के अवैध हस्तांतरण का लगाया आरोप