नई दिल्लीः भाजपा सांसद कंगना रनौत ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Sah) से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि हिमाचल प्रदेश में बाढ़ प्रभावित सभी लोगों को हरसंभव सहायता और शीघ्र पुनर्वास प्रदान किया जाएगा।
मंडी से सांसद रनौत (Kangna Ranaut) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज नई दिल्ली में माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह जी से मुलाकात कर मंडी लोकसभा क्षेत्र में हाल ही में आई भयंकर प्राकृतिक आपदा की विस्तृत जानकारी साझा की।” उन्होंने कहा, ‘‘मंत्री जी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए आश्वासन दिया कि सभी प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और शीघ्र पुनर्वास प्रदान किया जाएगा। केंद्र सरकार इस संकट की घड़ी में हिमाचल के साथ मज़बूती से खड़ी है।”
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में 22 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से, राज्य भर में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 76 लोगों की मौत हो गई है और 34 लापता हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, इस मानसून में राज्य में 40 बार अचानक बाढ़, 23 बार बादल फटने और 25 बार भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिससे लगभग 1,247 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के संस्थापक कौन है?
1940 के दशक से 1977 तक हिमाचल प्रदेश राज्य के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए, परमार को हिमाचल प्रदेश राज्य का वास्तुकार, संस्थापक या निर्माता माना जाता है। हिंदी में, उन्हें व्यापक रूप से ‘हिमाचल निर्माता’ कहा जाता है।
हिमाचल प्रदेश का पहला गांव कौन सा है?
अपनी अनूठी वास्तुकला और प्राचीन सुंदरता के कारण, हिमाचल प्रदेश सरकार ने दिसंबर 1997 में प्रागपुर को देश का पहला विरासत गांव घोषित किया। यह गांव दो ‘खड्डों’ (मौसमी जल चैनल) सेहरी खड्ड और लग-बलियाना खड्ड के संगम पर स्थित है, जो एक साथ मिलती हैं।
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