राजगीर (बिहार)। प्रतिष्ठित हीरो एशिया कप 2025 में भाग लेने के लिए मलेशिया की पुरुष हॉकी (Malaysian men’s hockey) टीम आज सुबह राजगीर पहुंची। पिछली बार जकार्ता में हुए फाइनल में मलेशिया को कोरिया के हाथों 1-2 से हार झेलनी पड़ी थी, लेकिन इस बार टीम जीत के इरादे के साथ उतरी है।
कप्तान बोले – जीत ही हमारा लक्ष्य
टीम के कप्तान मरहान जलील (Marhan Jalil) ने कहा कि प्रतियोगिता के प्रबल दावेदारों में से एक भारत को हराना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी। उन्होंने कहा – “राजगीर आकर बेहद उत्साहित हूं। हमारी तैयारी अच्छी रही है और हम शानदार टूर्नामेंट (Turnament) की उम्मीद से मैदान में उतरेंगे। मेज़बान भारत को हराना आसान नहीं होगा क्योंकि उन्होंने प्रो लीग में कई शीर्ष टीमों के साथ खेला है और उनके पास बेहतरीन अनुभव और अंतरराष्ट्रीय हॉकी का एक्सपोज़र है।”
सुपर 4 में पहुंचना पहली प्राथमिकता
जलील ने कहा कि मौजूदा चैंपियन कोरिया भी इस टूर्नामेंट में मजबूत दावेदार होगा। मलेशिया की टीम इस साल उनके खिलाफ खेल चुकी है और वे बेहद फिट व तेज नजर आए हैं। कप्तान के मुताबिक –
“हमारी कोशिश पहले सुपर 4 में पहुंचने की होगी।”
कोच ने जताया भरोसा
टीम के मुख्य कोच सरजीत कुंदन ने राजगीर में मिले गर्मजोशी भरे स्वागत पर खुशी जताई। उन्होंने कहा –
“सबसे पहले तो हम इस शानदार स्वागत के लिए आभारी हैं। हमें खुशी है कि हम समय से पहले यहां पहुंचे और कुछ वॉर्म-अप मैच भी खेल पाएंगे। हम एक युवा टीम हैं और हमारा लक्ष्य 2028 ओलंपिक और अगले साल के एशियाई खेलों की तैयारी करना है। हाल ही में हमने ऑस्ट्रेलिया और कोरिया का दौरा किया और अब सुल्तान अजलान शाह टूर्नामेंट भी खेलना है। यहां हमारा मकसद अच्छा खेलना है। हम इस प्रतियोगिता में दूसरी वरीयता प्राप्त टीम हैं और उम्मीद है कि पदक जीतेंगे।”
कब और किससे होगा पहला मुकाबला?
राजगीर में होने वाला 12वां एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट 29 अगस्त से शुरू हो रहा है। मलेशिया उसी दिन टूर्नामेंट का उद्घाटन मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेलेगी।
- मलेशिया पूल-बी में है, जिसमें कोरिया, बांग्लादेश और चीनी ताइपे शामिल हैं।
- पूल-ए में भारत, जापान, चीन और कज़ाख़स्तान की टीमें होंगी।
- सभी मैचों का सीधा प्रसारण सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर होगा।
हॉकी टीम में कितने लोग होते हैं?
हॉकी दो तरह की होती है- फ़ील्ड हॉकी और आइस हॉकी। ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में खेली जाने वाली फ़ील्ड हॉकी, एक कृत्रिम घास की पिच पर होती है। इस खेल में शामिल दोनों टीमों में 11 खिलाड़ी होते हैं जिसमें से 10 इनफ़ील्ड खिलाड़ी होते हैं जबकि एक गोलकीपर होता है।
मलेशिया का पुराना नाम क्या था?
मलेशिया का पुराना नाम मलाया (Malaya) था, जो १९६३ में सबा, सरवाक और सिंगापुर के साथ मिलकर वर्तमान मलेशिया बनाने तक इस्तेमाल होता रहा।
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