नई दिल्ली । तेलंगाना के सीएम ए. रेवंत रेड्डी द्वारा 2034 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की राज्य अर्थव्यवस्था (GDP) और 2047 तक 3 ट्रिलियन डॉलर की एसजीडीपी के अपने विजन के तहत तेलंगाना (Telangana) में बड़े निवेश की वकालत को गुरुवार को यहां यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के वार्षिक सम्मेलन में भारी समर्थन और सराहना मिली। सिस्को के पूर्व सीईओ और टेक दिग्गज जॉन चैंबर्स ने तेलंगाना के लिए रेवंत रेड्डी के विजन को “साहसिक, स्पष्ट और अत्यंत साध्य” बताया और अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया।
तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट में शामिल होने का प्रयास करेंगे : डॉ. मुकेश
चैंबर्स ने कहा कि रेवंत रेड्डी द्वारा गेम-चेंजर परियोजनाओं और उनके सामाजिक प्रभाव का वर्णन बेहद प्रभावशाली था। यूएसआईएसपीएफ के सीईओ और अध्यक्ष डॉ. मुकेश अघी ने कहा, “रेवंत रेड्डी द्वारा हमारे सदस्यों को दिए गए निमंत्रण के प्रत्युत्तर में, हममें से अधिकांश लोग 8 और 9 दिसंबर को हैदराबाद में राज्य द्वारा आयोजित तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट में शामिल होने का प्रयास करेंगे ताकि राज्य के लिए व्यापक दृष्टिकोण का अनावरण और प्रदर्शन किया जा सके।”
तेलंगाना में कोई बड़ा सुरक्षा जोखिम नहीं : रेवंत रेड्डी
इससे पहले, मंच पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री ने तेलंगाना में वैश्विक निवेशकों के लिए मौजूद असाधारण अवसरों के बारे में बात की। उन्होंने कहा, “हमारे यहाँ एक दशक तक कांग्रेस या अन्य दलों द्वारा संचालित कई सरकारें रही हैं, लेकिन हम सभी ने पिछले 35 वर्षों से निवेश और निवेशकों का समर्थन किया है।” उन्होंने कहा, “मैं भारत के सबसे युवा, सबसे रोमांचक और सफल राज्य, तेलंगाना का प्रतिनिधित्व करता हूँ। हैदराबाद मध्य में स्थित है। इसमें कोई बड़ा सुरक्षा जोखिम नहीं है। यहाँ का मौसम शानदार है और विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचा है। हम पूरे भारतीय बाजार के लिए प्रवेश द्वार हैं और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के लिए प्रमुख गंतव्य हैं। आइए और मेरे राज्य में निवेश करें।
सरकार का ध्यान सर्वोत्तम शिक्षा और कौशल तथा शहरी विकास पर : सीएम
पिछले 23 महीनों में कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा, “भविष्य के लिए मेरा सबसे बड़ा ध्यान महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण, सर्वोत्तम शिक्षा और कौशल तथा शहरी विकास पर है, खासकर हैदराबाद को एक सच्चा विश्वस्तरीय शहर बनाना, जहाँ सर्वोत्तम सुविधाएँ और उच्चतम जीवन स्तर हो।” मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शीर्ष वैश्विक शैक्षणिक संस्थानों को आमंत्रित करते हुए कहा, “एक बार जब हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड या ऑक्सफ़ोर्ड हैदराबाद में अपना अपतटीय परिसर स्थापित कर लेंगे, तो ग्लोबल साउथ के कई छात्र आसान वीज़ा नियमों और कम लागत के कारण इन आइवी लीग कार्यक्रमों में भाग ले सकेंगे।”
2047 में तेलंगाना का विजन क्या है?
मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी का लक्ष्य है कि तेलंगाना को एक 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था (SGDP) बनाया जाए।
इस विज़न के प्रमुख बिंदु हैं:
- तेज़ औद्योगिकीकरण – हाई-टेक, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स और ग्रीन एनर्जी पर ज़ोर।
- कृषि से मूल्यवर्धन – कृषि-आधारित उद्योगों को आधुनिक तकनीक से जोड़ना।
- शिक्षा व स्किल डेवलपमेंट – युवा पीढ़ी को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करना।
- स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर – हर शहर और जिले को कनेक्टेड और सतत बनाना।
- निवेश आकर्षण – वैश्विक कंपनियों को राज्य में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना।
लक्ष्य:
- 2034 तक $1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था
- 2047 तक $3 ट्रिलियन SGDP
- “भारत @100” के समय तक एक वैश्विक आर्थिक केंद्र के रूप में तेलंगाना की पहचान।
2047 में भारत का भविष्य क्या है?
भारत सरकार का विज़न है कि 2047 तक भारत बने —
- विकसित राष्ट्र (Developed Nation) — आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर।
- हरित और सतत अर्थव्यवस्था — क्लीन एनर्जी और कार्बन न्यूट्रैलिटी पर फोकस।
- डिजिटल इंडिया 2.0 — एआई, ब्लॉकचेन, और क्वांटम टेक्नोलॉजी में विश्व नेतृत्व।
- समावेशी विकास — हर राज्य और वर्ग की समान भागीदारी।
- वैश्विक शक्ति (Global Power) — रक्षा, विज्ञान, अंतरिक्ष और कूटनीति में अग्रणी भूमिका।
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