Petrol की मांग में उछाल, Diesel की बिक्री में गिरावट मई में ईंधन बिक्री का नया ट्रेंड
मई 2025 में देशभर में ईंधन की खपत में बड़ा बदलाव देखा गया है। Petrol की बिक्री में जहां उल्लेखनीय उछाल आया है, वहीं Diesel की मांग में गिरावट दर्ज की गई है। यह ट्रेंड न केवल उपभोक्ता व्यवहार को दर्शाता है, बल्कि भारत के ऊर्जा सेक्टर में बदलाव का संकेत भी देता है।
Petrol की बिक्री में तेजी
इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी तेल विपणन कंपनियों के अनुसार:
- मई 2025 में Petrol की बिक्री में 8.8% की वृद्धि देखी गई।
- निजी वाहन उपयोग, गर्मियों की छुट्टियों में पर्यटन और दोपहिया वाहनों की बढ़ती संख्या इसके पीछे की मुख्य वजह हैं।
- शहरी क्षेत्रों में पेट्रोल की खपत में खासा इजाफा हुआ है।

Diesel की मांग में गिरावट
वहीं Diesel की बिक्री में 1.4% की गिरावट दर्ज की गई है:
- परिवहन क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या
- ट्रकिंग उद्योग में सीमित मांग
- कुछ राज्यों में औद्योगिक गतिविधियों की सुस्ती
- हरित ऊर्जा को अपनाने की दिशा में उठाए गए कदम
Diesel की मांग मुख्यतः वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों पर निर्भर करती है, जो इस समय दबाव में हैं।
क्या कहती हैं कंपनियां?
तेल विपणन कंपनियों का कहना है कि:
- Petrol की स्थिर कीमतों और मांग में स्थायित्व के कारण इसकी बिक्री बढ़ रही है।
- Diesel में कमी अस्थायी है और मॉनसून से पहले कृषि क्षेत्र में इसकी मांग दोबारा बढ़ सकती है।
- सरकार की ईंधन नीति और सब्सिडी संरचना भी बिक्री ट्रेंड पर असर डाल रही है।
Petrol और Diesel की बिक्री का तुलनात्मक विश्लेषण
ईंधन प्रकार | बिक्री में बदलाव (मई 2025) | प्रमुख कारण |
---|---|---|
Petrol | +8.8% | निजी वाहन, पर्यटन, दोपहिया वृद्धि |
Diesel | -1.4% | EV उपयोग, औद्योगिक सुस्ती |

मई 2025 के आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि Petrol की खपत में लगातार इजाफा हो रहा है जबकि Diesel की मांग घट रही है। आने वाले महीनों में यह अंतर और भी स्पष्ट हो सकता है क्योंकि भारत तेजी से ई-मोबिलिटी और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की ओर बढ़ रहा है।
देश की ऊर्जा नीति, उपभोक्ता व्यवहार और तकनीकी बदलाव मिलकर ईंधन बाजार को नया आकार दे रहे हैं।