जनसुराज समेत कई दावेदार बाहर
कैमूर की मोहनिया विधानसभा सीट पर राजद को बड़ा झटका लगा है। वोटिंग से पहले ही तेजस्वी का एक विकेट गिर गया है। दरअसल, राजद प्रत्याशी श्वेता सुमन का निर्वाचन आयोग ने नामांकन रद्द कर दिया है। आयोग ने बीजेपी की शिकायत पर कार्रवाई की है।
बीजेपी ने आरोप लगाया था कि श्वेता सुमन (Shweta Suman) ने 2020 में उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का पता दर्ज कराया था, जबकि इस बार उन्होंने अपना पता बिहार का दिखाया है। निर्वाचन अधिकारियों ने श्वेता सुमन की ओर से मुहैया कराए गए दस्तावेजों और पिछले नामांकन रिकॉर्ड की जांच के बाद नामांकन रद्द करने का फैसला लिया है।
बिहार का है निवास प्रमाण पत्र
श्वेता सुमन ने कहा कि स्क्रूटिनी के दौरान सुनवाई का समय दिया गया था, लेकिन मेरा पक्ष सुनने से पहले नामांकन रद्द कर दिया गया। जिस अंचलाधिकारी (CO) ने मेरा निवास प्रमाण पत्र बनाया था, उसी ने मेरा नामांकन खारिज किया है।
20 सालों से मोहनिया में रह रही हूं
श्वेता सुमन ने आगे बताया कि, बीजेपी हमसे डरती है। पिछले 20 सालों से मोहनिया में रह रही हूं। इसके बावजूद निवास प्रमाण पत्र को लेकर नामांकन रद्द कर दिया गया है। मैं इसके खिलाफ अदालत जाऊंगी।
वहीं, बीजेपी ने अपनी शिकायत को सही ठहराते हुए कहा कि आरक्षित सीटों पर केवल वही प्रत्याशी चुनाव लड़ सकते हैं, जिनका संबंधित राज्य या जिले से वैध डोमिसाइल हो।
अन्य पढ़ें: RJD के बाद AIMIM उम्मीदवार भी गिरफ्तार!
VIP प्रत्याशी शशिभूषण सिंह का नामांकन रद्द
मंगलवार को सुगौली विधानसभा सीट से VIP के उम्मीदवार शशिभूषण सिंह का भी नामांकन रद्द कर दिया गया है। निर्वाचन अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया, शशिभूषण ने नामांकन दाखिल करते समय सिर्फ एक प्रस्तावक का नाम दिया था, जबकि निर्वाचन नियम के अनुसार दस प्रस्तावक का होना आवश्यक है। इस कारण उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है।
शिक्षक पद से इस्तीफा न देने के कारण नॉमिनेशन कैंसिल
वाल्मीकिनगर विधानसभा सीट से जनसुराज के पहले प्रत्याशी दीर्घ नारायण प्रसाद का नामांकन रद्द कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई सरकारी शिक्षक पद से इस्तीफा न देने के कारण की है। नॉमिनेशन फॉर्म की जांच के दौरान पता चला कि दीर्घ नारायण ने नामांकन पत्र के साथ इस्तीफे की प्रमाणित प्रति अटैच नहीं की थी।
नियम के अनुसार, कोई भी सरकारी कर्मचारी अपने पद से इस्तीफा दिए बिना चुनाव नहीं लड़ सकता। इसी आधार पर उनका नॉमिनेशन कैंसिल कर दिया गया।
बता दें कि दीर्घ नारायण प्रसाद थारू जनजाति से आते हैं। इनका जनसुराज की पहली लिस्ट में पहले नंबर पर नाम था। अब तक जनसुराज के 4 कैंडिडेट्स चुनाव प्रक्रिया से बाहर हो चुके हैं।
कैमूर का मुख्यालय कहाँ है?
भारत के बिहार राज्य के 38 जिलों में से एक है। इसका मुख्यालय भभुआ में है।
कैमूर क्यों प्रसिद्ध है?
हिल्स विंध्य रेंज का हिस्सा हैं, जो अपने ऊबड़-खाबड़ इलाके, हरे-भरे हरियाली और प्राचीन रॉक पेंटिंग्स के लिए जाना जाता है। यह क्षेत्र जैव विविधता से समृद्ध है, जो इसे प्रकृति प्रेमियों और साहसी लोगों के लिए एक आश्रय स्थल बनाता है।
अन्य पढ़ें: