यूपी में मंत्री ओपी राजभर (OP Rajbhar) की राजनीती के सुर कुछ बिगड़े नज़र आ रहे है। ताज़ा मामला है उत्तर प्रदेश से ही जुड़ा है जहाँ राजभर ने abvp कार्यकर्ताओ पर आपत्ति जनक टिपण्णी कर दी थी जिसमे छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज का समर्थन भी किया था।
बता दें की रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय में 30 अगस्त को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं द्वारा अवैध एलएलबी की पढ़ाई और प्रवेश प्रक्रिया के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया था। छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ के विरोध में किए गए इस शांतिपूर्ण आंदोलन पर पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज कर एबीवीपी कार्यकर्ताओं को बेरहमी से मारा-पीटा, जिससे व्यापक आक्रोश व्याप्त हुआ।

इसके बाद जब यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री श्री ओमप्रकाश राजभर के संज्ञान में लाया गया, तो उन्होंने एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को “गुंडा” कहकर संबोधित किया। मंत्री के इस असंवेदनशील और आपत्तिजनक बयान से विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की भावनाएँ गहराई से आहत हुईं।

उत्तर प्रदेश में ओपी राजभर की सियासत भाजपा के भरोसे चल रही है जहाँ उन्हें मंत्री पद भी मिला हुआ है। लेकिन भाजपा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् दोनों ही एक ही अनुषांगिक संगठन आरएसएस से आते है। ऐसे में ओपी राजभर का abvp कार्यकर्ताओ के खिलाफ बोलना भारी पड़ सकता है। अब देखना होगा की इस पूरे मामले में बीजेपी का क्या रुख होता है। २०२७ में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव के लिए बीजेपी अभी से तैयारी में लगी हुयी है। ऐसे में राजभर का यह बयान बीजेपी के लिए नुकसान दायक भी हो सकता है
आज इसी के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मऊ इकाई ने ओमप्रकाश राजभर का पुतला फूंक कर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया। परिषद कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि मंत्री सार्वजनिक रूप से एबीवीपी कार्यकर्ताओं से माफी नहीं मांगते तो परिषद जनांदोलन के लिए बाध्य होगी।
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