नई दिल्ली। कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कई जिलों में गुरुवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल (Rector Scale) पर 5.7 मापी गई, जिससे कई इलाकों में लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए।
17 सेकेंड तक डोली धरती
भूकंप का कंपन करीब 17 सेकेंड तक महसूस किया गया, जिसके कारण ऊँची इमारतों और पुराने भवनों में रह रहे लोगों में खासा भय देखा गया। कई जगहों पर लोग ऑफिस, घर और दुकानों से बाहर निकलकर खुले स्थानों में जमा हो गए।
भूकंप का केंद्र बांग्लादेश
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, भूकंप का केंद्र बांग्लादेश (Bangladesh) में स्थित था। वहाँ से उत्पन्न झटकों का प्रभाव कोलकाता, उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, नादिया, मुर्शिदाबाद समेत कई जिलों तक महसूस किया गया। भूकंप के झटकों की वजह से अभी तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, हालांकि कई इलाकों में लोग दहशत में हैं।
प्रशासन सतर्क, नुकसान का आकलन जारी
भूकंप के बाद स्थानीय प्रशासन ने राहत और आपात टीमों को अलर्ट पर रखा है। अधिकारियों ने बताया कि सभी जिलों में स्थिति की निगरानी की जा रही है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
2025 का भूकंप कब आया था?
28 मार्च 2025 को 12:50:55 एमएमटी (06:20:55 यूटीसी) पर, म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में ṃ 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका भूकंप देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के करीब था। स्ट्राइक-स्लिप फॉल्टिंग शॉक ने अधिकतम संशोधित मर्काली तीव्रता IX (हिंसक) हासिल की।
पहला भूकंप कहाँ आया था?
भूकंप का सबसे पहला साक्ष्य चीन के शांदोंग प्रांत में 1831 ईसा पूर्व में पाया गया है, लेकिन चीन में झोऊ राजवंश के दौरान 780 ईसा पूर्व से इसका पूर्ण रिकार्ड मौजूद है।
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