CPI हमले में दोनों पैर गंवाने वाले व्यक्ति को देना चाहते हैं अपना पद
देश की राजनीति में एक संवेदनशील और चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है। एक (Union Minister) केंद्रीय मंत्री ने सार्वजनिक रूप से अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय में काम करने के लिए वित्तीय संसाधन नहीं मिल रहे, जिससे वे असहाय महसूस कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी (Suresh Gopi) ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई और भाजपा के नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य सी सदानंदन मास्टर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी जगह दिए जाने की सिफारिश की। यहां सदानंद की मौजूदगी में एक समारोह में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गोपी ने कहा कि सदानंद का राज्यसभा सदस्य बनना उत्तरी कन्नूर जिले की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
गोपी ने कहा, “मैं यहां पूरी ईमानदारी से कह रहा हूं कि मुझे हटाकर सदानंदन मास्टर को (केंद्रीय) मंत्री बनाया जाना चाहिए। मेरा मानना है कि यह केरल के राजनीतिक इतिहास में एक नया अध्याय बनेगा।” केंद्रीय पेट्रोलियम और पर्यटन राज्य मंत्री गोपी ने कहा कि वह कामना करते हैं कि सदानंदन के सांसद कार्यालय को जल्द ही मंत्री कार्यालय में बदला जाएगा।
अन्य पढ़ें: उत्तर-प्रदेश निवेश और पूंजीगत खर्च में रचा नया इतिहास,सभी 28 राज्यों में अग्रणी
अभिनेता गोपी ने कहा कि वह राज्य के सबसे युवा भाजपा सदस्यों में से एक हैं और अक्टूबर 2016 में ही पार्टी में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में जीत के बाद पार्टी ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया।
फिल्मी करियर छोड़कर मंत्री नहीं बनना चाहता था
सुरेश गोपी ने कहा, “मैं अपना फिल्मी करियर छोड़कर कभी मंत्री नहीं बनना चाहता था।” उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में उनकी आय काफी कम हुई है। उन्होंने कहा, “मैं सचमुच एक्टिंग जारी रखना चाहता हूं। मुझे और पैसे कमाने हैं। मेरी आमदनी अब पूरी तरह से बंद हो गई है।” अभिनेता-राजनेता गोपी ने कहा कि वह जनसेवा से पीछे नहीं हट रहे हैं, लेकिन पैसे की कमी के चलते उन्हें यह फैसला लेना पड़ रहा है।
राजनीतिक हिंसा के शिकार रहे हैं सदानंदन
कन्नूर जिले के भाजपा के वरिष्ठ नेता सदानंदन मास्टर राजनीतिक हिंसा के शिकार रहे हैं। 1994 में माकपा कार्यकर्ताओं के एक कथित हमले में उन्होंने अपने दोनों पैर गंवा दिए थे। गोपी ने मास्टर के राजनीतिक योगदान पर प्रकाश डाला और कहा, “मैं पूरी ईमानदारी से कह रहा हूं कि मुझे हटाकर सदानंदन मास्टर को केंद्रीय मंत्री बनाया जाना चाहिए। मेरा मानना है कि यह केरल के राजनीतिक इतिहास में एक नया अध्याय बनेगा।” मास्टर उत्तरी कन्नूर की राजनीति में काफी सम्मानित हैं।
सुरेश गोपी का बड़ा बेटा कौन है?
गोकुल सुरेश का जन्म 29 सितंबर 1993 को त्रिवेंद्रम, केरल, भारत में हुआ था। वे स्थापित मलयालम अभिनेता और राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी और गृहिणी राधिका नायर के सबसे बड़े पुत्र थे। गोकुल ने अपनी स्कूली शिक्षा पल्लीकुडम स्कूल (कोट्टायम), सेंट मैरी स्कूल (कोट्टायम) से पूरी की।
सुरेश गोपी का उपनाम क्या है?
सुप्रीम स्टार भारतीय सिनेमा में विभिन्न अभिनेताओं का उपनाम है, जिनमें शामिल हैं: सुरेश गोपी (जन्म 1958), भारतीय अभिनेता और राजनीतिज्ञ। आर. सरथकुमार (जन्म 1954), भारतीय अभिनेता, फिल्म निर्माता और राजनीतिज्ञ।
अन्य पढ़ें: