जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी यात्रा (Mata Vaishno Devi Yatra) पर निकले श्रद्धालुओं के लिए मंगलवार का दिन भयावह साबित हुआ। दोपहर करीब 3 बजे अर्द्धकुवारी के पास अचानक हुए भीषण भूस्खलन (Heavy landslide) में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे के तुरंत बाद माता वैष्णो देवी यात्रा को रोक दिया गया और प्रशासन ने राहत-बचाव कार्य तेज़ी से शुरू कर दिया।
हादसे का स्थान और स्थिति
कटरा से मंदिर तक जाने वाले लगभग 12 किलोमीटर लंबे मार्ग के बीच स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भारी बारिश के बाद अचानक पहाड़ दरक गए। श्रद्धालुओं को संभलने का मौका तक नहीं मिला और कई लोग मलबे की चपेट में आ गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
यात्रा पर अस्थायी रोक
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल वैष्णो देवी यात्रा पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। मार्ग को साफ करने और फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए सेना और एनडीआरएफ की टीमें लगातार काम कर रही हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से धैर्य रखने और बिना अनुमति यात्रा मार्ग पर न जाने की अपील की है।
सेना और एनडीआरएफ की तैनाती
सेना और एनडीआरएफ (NDRF) के जवान मौके पर लगातार राहत-बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। हेलीकॉप्टर से भी निगरानी की जा रही है। घायल श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने के लिए कई एंबुलेंस और मेडिकल टीमें लगाई गई हैं।
जम्मू-कश्मीर में मौसम का कहर
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 27 अगस्त के लिए जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने डोडा, किश्तवाड़, रियासी, सांबा, रामबन, कठुआ, उधमपुर, जम्मू, पुंछ, राजौरी और मीरपुर (POK) में भीषण बारिश और भूस्खलन की आशंका जताई है। नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
रेलवे सेवा पर भी असर
लगातार भारी बारिश और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं। मंगलवार को जहां 17 ट्रेनें रद्द की गई थीं, वहीं बुधवार को उधमपुर, कटरा और जम्मू जाने वाली 22 ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं। ज्यादातर ट्रेनें पठानकोट और अमृतसर के बीच चलती थीं।
प्रशासन की अपील
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें। खासतौर पर कटरा और आसपास के इलाकों में लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
मां वैष्णो देवी का इतिहास क्या है?
वैष्णो देवी के जन्म की कहानी भगवान विष्णु के वंश से जुड़ी है और उन्हें महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती का अवतार माना जाता है। मान्यता है कि वैष्णो देवी का जन्म दक्षिणी भारत में रत्नाकर परिवार में हुआ था। उनके बचपन का नाम त्रिकुटा था। बाद में उनका जन्म भगवान विष्णु के वंश से हुआ, जिसके कारण उनका नाम वैष्णवी पड़ा था।
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