कपड़े की दुकान पर काम करता है आरोपी
हैदराबाद। सैफाबाद पुलिस (Saifabad Police) ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसने कुछ दिन पहले नेकलेस रोड पर एक अंतरधार्मिक जोड़े (Interfaith Couple) को कथित तौर पर परेशान किया था। जो व्यक्ति वर्तमान में बेरोजगार है, वह पहले शहर में एक कपड़ों की दुकान पर काम करता था। कुछ दिन पहले, वह व्यक्ति नेकलेस रोड पर गया और उसने एक महिला को दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति के साथ घूमते देखा। संदिग्ध व्यक्ति ने उन्हें परेशान किया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर कर दिया अपलोड
उसने उनका वीडियो भी रिकॉर्ड किया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो पुलिस तक पहुँचने के बाद, मामला दर्ज किया गया और संदिग्ध को पकड़ लिया गया। संदिग्ध ने कथित तौर पर स्वीकार किया कि उसने नेकलेस रोड पर युगल का वीडियो बनाया था और वीडियो को एक ऐसे व्यक्ति को भेजा था जो इंस्टाग्राम अकाउंट का प्रबंधन करता है, और बाद में उसने इसे अपलोड कर दिया। पुलिस को पता चला कि इंस्टाग्राम अकाउंट पर ऐसे कई वीडियो अपलोड किए गए थे। पुलिस जांच कर रही है।

अंतरधार्मिक जोड़ों की शादी कैसे होती है?
जब दो अलग-अलग धर्मों से जुड़े व्यक्ति विवाह करना चाहते हैं, तो वे आमतौर पर विशेष विवाह अधिनियम 1954 के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन कराते हैं। इसके लिए दोनों पक्षों को आवेदन देकर 30 दिन का नोटिस देना होता है, फिर दस्तावेज़ सत्यापन और गवाहों की उपस्थिति में विवाह रजिस्टर किया जाता है।
अंतर धार्मिक विवाह क्या है?
ऐसा विवाह जिसमें पति और पत्नी अलग-अलग धर्मों के अनुयायी हों, उसे अंतर धार्मिक विवाह कहा जाता है। यह विवाह धर्मांतरण के बिना भी कानूनी रूप से संभव है और इसे भारतीय संविधान के तहत मान्यता प्राप्त है, खासकर विशेष विवाह अधिनियम के माध्यम से।
क्या दो अलग-अलग धर्मों के साथ विवाह जीवित रह सकता है?
धर्मों की भिन्नता के बावजूद विवाह सफलता से चल सकता है, यदि दोनों पक्षों में आपसी समझ, सम्मान और सहनशीलता हो। चुनौतियाँ आ सकती हैं, लेकिन संवाद और परिवारिक समर्थन से यह रिश्ता मजबूत बना रह सकता है। कानून भी इस अधिकार की रक्षा करता है।
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