भारत पाकिस्तान संघर्ष: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुआ विवाद भले ही सीजफायर (Ceasefire) की एलान के साथ समाप्त हो गया हो, लेकिन पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर भारी घाटा झेलना पड़ा है। तीन दिनों तक चली सैन्य झड़प में पाकिस्तान को लगभग ₹33,952 से अधिक करोड़ का नुकसान हुआ है, जो उसके वर्तमान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) लोन से भी कहीं अधिक है।
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई: एयरबेस से लेकर रेडार तक तबाही
भारत पाकिस्तान संघर्ष: भारतीय सेना ने पाकिस्तान की उकसावे वाली हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया।
भारतीय वायुसेना ने स्कर्दू, जकोबाबाद, सरगोदा और भुलारी जैसे प्रमुख पाकिस्तानी एयरबेस को निशाना बनाया। इन ठिकानों पर आक्रमण से पाकिस्तान का एयर ऑपरेशन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
F-16, JF-17 और AWACS विमानों की बर्बादी से हुआ करोड़ों का घाटा
पाकिस्तान के सैन्य नुकसान का अंदाजा नीचे दिए गए आंकड़ों से लगाया जा सकता है:
- 2 F-16 फाइटर जेट नष्ट
- 2 JF-17 विमानों को मार गिराया
- AWACS सिस्टम वाला विमान नष्ट
केवल इन यंत्र की बर्बादी से ₹7085 करोड़ का नुकसान हुआ है।
पाकिस्तान की गिरती अर्थव्यवस्था पर पड़ा और दबाव
संघर्ष के चलते पाकिस्तानी शेयर बाजार में शानदार गिरावट देखने को मिली। कुल अनुमानित घाटा ₹33,952 करोड़ तक पहुंच चुका है। वहीं, पाकिस्तान ने हाल ही में IMF से करोड़ का लोन लिया था, जो तीन दिनों के घाटा से कम है।
एक्सपर्ट की राय: पाकिस्तान ने भारत को छेड़कर गलती की
अमेरिकी विश्लेषक सहर खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर कहा कि पाकिस्तान को इस संघर्ष से गहरा आर्थिक और सामरिक नुकसान हुआ है। उनका मानना है कि हिन्दुस्तान ने न सिर्फ़ सैन्य रणनीति में बढ़त हासिल की है, बल्कि पाकिस्तान को यह भी अहसास दिलाया है कि उकसावे की कार्रवाई का अंजाम कितना महंगा हो सकता है।