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Hyderabad : शुल्क मानदंडों में संशोधन के लिए पैनल का गठन

Kshama Singh
Kshama Singh
Hyderabad : शुल्क मानदंडों में संशोधन के लिए पैनल का गठन

प्रोफेसर वी. बालाकिस्ता रेड्डी की अध्यक्षता में 10 सदस्यीय समिति का गठन

हैदराबाद। राज्य सरकार ने तेलंगाना उच्च शिक्षा परिषद (TGCHE) के अध्यक्ष प्रोफेसर वी. बालाकिस्ता रेड्डी की अध्यक्षता में 10 सदस्यीय समिति का गठन किया, जो राज्य के निजी गैर-सहायता प्राप्त व्यावसायिक कॉलेजों में शुल्क निर्धारण के लिए संशोधित मापदंडों का सुझाव देगी। समिति को अन्य राज्यों द्वारा अपनाई गई प्रथाओं को ध्यान में रखते हुए, शुल्क संरचना निर्धारित करने के लिए प्रासंगिक संकेतकों और मानकों का पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिए कहा गया है। समिति को सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) और उच्च न्यायालयों के प्रासंगिक निर्णयों और शिक्षा की लागत को प्रभावित करने वाले अन्य प्रासंगिक कारकों पर भी विचार करने के लिए कहा गया है

दो विषय विशेषज्ञ भी समिति के सदस्य

टीजीसीएचई सचिव प्रो. श्रीराम वेंकटेश समिति के सदस्य सचिव हैं, जबकि तकनीकी शिक्षा आयुक्त ए श्रीदेवसेना, समाज कल्याण विकास विभाग आयुक्त एन क्षितिजा, राज्य लेखा परीक्षा विभाग के निदेशक एम वेंकटेश्वर राव, नगर एवं ग्राम नियोजन निदेशक एस देवेंद्र रेड्डी सदस्य हैं। जेएनटीयू-हैदराबाद के रजिस्ट्रार प्रो. के. वेंकटेश्वर राव, उस्मानिया विश्वविद्यालय के डीन और इंजीनियरिंग संकाय के प्रो. ए. कृष्णैया, तथा अध्यक्ष की इच्छानुसार दो विषय विशेषज्ञ भी समिति के सदस्य हैं। सरकार का यह कदम टीएएफआरसी की सिफारिश के बाद आया है, जिसमें अन्य राज्यों में अपनाई जा रही प्रक्रिया का विधिवत अध्ययन करने तथा संबंधित सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के आदेशों को ध्यान में रखते हुए शुल्क निर्धारण के लिए संशोधित मापदंडों का सुझाव देने हेतु एक समिति नियुक्त करने की सिफारिश की गई थी।

शुल्क

तेलंगाना की साक्षरता कितनी है?

राज्य की जनगणना 2011 के आंकड़ों के अनुसार तेलंगाना की औसत साक्षरता दर लगभग 66.5% रही थी। शहरी क्षेत्रों में यह दर अधिक है, जबकि ग्रामीण इलाकों में अपेक्षाकृत कम। हालांकि, हाल के वर्षों में शिक्षा क्षेत्र में सुधार के प्रयासों से साक्षरता दर में निरंतर वृद्धि हो रही है।

तेलंगाना की क्या विशेषताएं हैं?

संस्कृति, इतिहास और भाषा की दृष्टि से तेलंगाना एक समृद्ध राज्य है। यह कोल्हापुर, वारंगल किले, चारमीनार और काकतीय वंश की धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ तेलुगु प्रमुख भाषा है, और त्योहारों, कला, हस्तशिल्प तथा विविध लोक परंपराओं ने इसकी पहचान को विशिष्ट बनाया है।

तेलंगाना में हिंदुओं की आबादी कितनी है?

2011 की जनगणना के अनुसार तेलंगाना की कुल जनसंख्या में हिंदुओं की संख्या लगभग 85% थी। यह समुदाय राज्य में सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों में प्रमुख भूमिका निभाता है। विभिन्न मंदिरों, पर्व-त्योहारों और धार्मिक स्थलों की उपस्थिति यहाँ हिंदू आस्था की गहरी जड़ें दर्शाती है।

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