1 सितंबर 2025 को कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। बिहार की राजधानी में गांधी मैदान से बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा तक निकाले गए ‘गांधी से आंबेडकर’ मार्च में राहुल ने दावा किया कि उनकी पार्टी जल्द ही ‘वोट चोरी’ पर एक ‘हाइड्रोजन बम’ जैसा खुलासा करेगी, जिसके बाद “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे।” यह यात्रा, जो 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई थी, बिहार में इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ECI) की स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं को उजागर करने के लिए थी।
राहुल का ‘वोट चोरी’ का आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और ECI मिलकर मतदाता सूची में हेरफेर कर रहे हैं। उन्होंने बिहार में SIR के तहत 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने को ‘लोकतंत्र की चोरी’ करार दिया, जिसमें 22 लाख मृतक, 36 लाख स्थानांतरित, और 7 लाख डुप्लिकेट नाम शामिल हैं। राहुल ने इसे दलितों, अल्पसंख्यकों, और महिलाओं के वोटिंग अधिकारों पर हमला बताया। उन्होंने कहा, “वोट चोरी का मतलब है अधिकारों की चोरी, लोकतंत्र की चोरी, रोजगार की चोरी। बीजेपी आपका राशन कार्ड और जमीन छीनकर अडानी-अंबानी को देना चाहती है।” उन्होंने कर्नाटक के महादेवपुरा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कथित वोट चोरी का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी पार्टी के पास इसका सबूत है।
‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ का नारा
राहुल ने दावा किया कि उनकी यात्रा ने बिहार में नया नारा दिया—’वोट चोर, गद्दी छोड़’। उन्होंने कहा कि यह नारा अब बिहार से निकलकर “चीन और अमेरिका तक” पहुंच गया है। यात्रा में INDIA गठबंधन के नेता, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, RJD के तेजस्वी यादव, झारखंड के CM हेमंत सोरेन, और CPI(ML) के दीपांकर भट्टाचार्य शामिल हुए। मार्च को डाक बंगला चौराहे पर पुलिस ने रोक दिया, जहां नेताओं ने सभा को संबोधित किया।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी ने राहुल के बयान को “गैर-जिम्मेदाराना” बताया। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहले राहुल के ‘एटम बम’ के दावे को “नाकाम” करार दिया था। बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि यात्रा के दौरान दरभंगा में एक मंच से पीएम मोदी और उनकी स्वर्गीय मां के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई, जिसके बाद पटना में बीजेपी-कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई।
राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ ने बिहार में सियासी माहौल को गर्म कर दिया है। उनके ‘हाइड्रोजन बम’ के दावे ने ECI और बीजेपी पर दबाव बढ़ाया है, लेकिन सबूतों का इंतजार है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह विवाद और तीखा होने की संभावना है।
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