गुजरात से आए थे ग्राहक, 5000 रुपये एंट्री फीस, पुलिस ने मारा छापा
Rajasthan News : उदयपुर (Udaipur) शहर के एक प्रमुख इलाके में स्थित होटल (Hotel) में लंबे समय से गुप्त रूप से देह व्यापार (वेश्यावृत्ति) चलाया जा रहा था। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर जब छापा मारा गया, तो वहां से बड़ी संख्या में लोग आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए।
Rajasthan News : राजस्थान के उदयपुर पुलिस ने वेश्यावृत्ति करने वाले गैंग का खुलासा किया है। उदयपुर के कौडियात स्थित होटल गणेश में रेव और मुजरा पार्टी चल रही थी। जहां पुलिस की टीम ने दबिश देकर वहां से 40 लड़कों और 11 लड़कियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने होटल मलिक और दलाल को भी गिरफ्तार किया है। होटल से भारी मात्रा में नशे का सामान बरामद किया है।
गिरफ्तार लोगों में ज्यादातर गुजराती लोग
Rajasthan New s: आरोपियों में अधिकांश गुजराती हैं। वे इस पार्टी के लिए ही उदयपुर आए हुए थे। पुलिस को इस पार्टी पर दबिश के लिए एक बस को लेकर जाना पड़ा था। जहां से सभी आरोपियों गिरफ्तार किया गया।
प्रति व्यक्ति से लिए गए 5 हजार रुपये
एसपी योगेश गोयल ने बताया कि सूचना मिली कि नाई थाना क्षेत्र में कोडियात रोड पर गणेश होटल में विश्वजीत सोलकी नाम के आयोजक द्वारा लडकियां मंगवाकर उनसे वैश्यावृत्ति करवाई जा रही है। इस पार्टी में शामिल होने के लिए प्रति व्यक्ति से 5 हजार रूपए लिए जा रहे हैं।
बस में भरकर गुजरात से आए लोग
पुलिस अधिकारी गोयल ने कहा कि इस सूचना की पुष्टि के लिए हैड कांस्टेब्ल अर्जुन सिंह, प्रकाश, कांस्टेबल अजयराज से कराया तो पता चला कि इस पार्टी में शामिल होने के लिए प्रति व्यक्ति से 5 हजार रूपए लिए जा रहे हैं। इस पार्टी में शामिल होने के लिए गुजरात से बस भरकर लोग पहुंच चुके हैं। लोकल ग्राहक भी इस पार्टी में शामिल होंगे।
5 हजार देने पर कोई भी हो जाए पार्टी में शामिल
5 हजार रूपये जमा करवाकर कोई भी ग्राहक इस पार्टी में शामिल हो सकता है। जिस पर हैड कांस्टेबल को ग्राहक के रूप में भेजा, जहां पर देखा ही वहां पर मुजरा हो रहा है। मुजरे में लड़कियां नाच रही हैं, जिन पर नोट उड़ाए जा रहे हैं।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस कर रही पूछताछ
इस सूचना की पुष्टि होने पर डिप्टी सूर्यवीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दबिश देकर होटल गणेश पर रेड कर 40 पुरुष व 11 लड़कियों को गिरफ्तार किया। इन सभी गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस की टीम पूछताछ कर रही है।
अकबर ने उदयपुर का नाम परिवर्तित क्यों किया था?
महाराणा उदय सिंह ने इस नगर को बसाया इसलिए इसका नाम उदयपुर रख दिया गया। जब अकबर ने चित्तौड़गढ़ पर हमला किया तो उस समय महाराणा उदय सिंह, अपनी नई राजधानी उदयपुर से अपना राजपाट चला रहे थे। जैसे-जैसे राजा बदलते गए, उदयपुर भी अपना मौजूदा आकार लेता गया।Nov 26, 2024
उदयपुर का पुराना नाम क्या है?
1553 में महाराणा उदय सिंह ने अपनी राजधानी चित्तौड़गढ़ से एक उपजाऊ घाटी क्षेत्र में स्थानांतरित कर दी, जिसे बाद में उदयपुर नाम दिया गया।