आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने वैश्विक निवेशकों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब सार्वभौमिक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद इंडिया नीतिगत स्थिरता, मौद्रिक स्थिरता और तेज आर्थिक बढ़ोत्तरी के साथ एक दृढ़ निवेश गंतव्य बना हुआ है।
भारत की आर्थिक दृढ़ता पर विश्वास
संजय मल्होत्रा ने कहा कि भारत चालू वित्त साल में 6.5 प्रतिशत इजाफा दर हासिल करने की ओर अग्रसर है। भले ही यह दर हाल के साल की तुलना में थोड़ी कम हो, लेकिन यह सार्वभौमिक मुख्य अर्थव्यवस्थाओं के संघर्ष सबसे तेज है। उन्होंने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच (USISPF) और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के प्रोग्राम में यह बातें कहीं।

बैंकिंग सेक्टर निवेश को देने को तैयार
आरबीआई गवर्नर ने बताया कि भारत का बैंकिंग सेक्टर दृढ़ बैलेंस शीट, पर्याप्त नकदी और पूंजी बफर के साथ इन्वेस्टर की जरूरतें को पूरा करने के लिए तैयार है। इससे भारत में व्यापार और निवेश करना और भी सरल हो गया है।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा: प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में इजाफा
संजय मल्होत्रा ने बताया कि अप्रैल 2024 से Feb 2025 तक भारत में सकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) बढ़कर 75.1 अरब डॉलर पहुंच गया है। पूर्व साल की तुलना में यह महत्वपूर्ण बढ़त को दर्शाता है, जब यह आंकड़ा 65.2 अरब डॉलर था। इससे प्रमाणित होता है कि हिन्दुस्तान पर विदेशी इन्वेस्टर का विश्वास लगातार बढ़ रहा है।

इंडिया एक उज्ज्वल भविष्य की ओर
आरबीआई गवर्नर ने अपने संबोधन में कहा, “यह सिर्फ भारत का विकास नहीं है, बल्कि एक बेहतर वैश्विक भविष्य के निर्माण का भी मौका है। मैं आपको इस यात्रा में सहभागी बनने, सहयोग करने और इंडिया में निवेश करने के लिए आमंत्रित करता हूं।”