नई दिल्ली। नेपाल में सोशल मीडिया बैन (Social Media Ban) के खिलाफ शुरू हुआ प्रदर्शन अब बड़े पैमाने की हिंसा में बदल चुका है। मंगलवार को हालात इस कदर बिगड़े कि गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन को आग के हवाले कर दिया। कई सरकारी इमारतें और नेताओं के घर भी हमले की जद में आ गए। यहां तक कि पशुपतिनाथ मंदिर (Pashupatinath Temple) के फाटक तक नहीं बचे। हालात काबू से बाहर होने पर सेना को मोर्चा संभालना पड़ा।
सोशल मीडिया बैन से भड़का गुस्सा
नेपाल लंबे समय से राजनीतिक अस्थिरता और भ्रष्टाचार से जूझ रहा है। नई पीढ़ी खासकर नाराज थी। सोशल मीडिया पर बैन लगते ही गुस्सा सड़क पर फूट पड़ा। सोमवार को पुलिस फायरिंग में 19 लोगों की मौत हुई, जिसने आंदोलन को और उग्र बना दिया।
नेताओं पर हमले
मंगलवार को हिंसा और भड़क गई। पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा पर हमला हुआ और पूर्व पीएम झलनाथ खनाल की पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार को सरेआम जिंदा जला दिया गया। इन घटनाओं ने लोगों के आक्रोश को और गहरा दिया।
सेना का हस्तक्षेप
स्थिति बिगड़ते देख नेपाल की सेना ने मंगलवार रात से राजधानी काठमांडू (Kathmandoo) के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और सिंहदरबार समेत अहम ठिकानों का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल ने वीडियो संदेश जारी कर प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि हिंसा से देश को नुकसान ही होगा, बातचीत ही समाधान है।

भारत की सीमा पर चौकसी
नेपाल की अशांति का असर भारत पर भी पड़ने लगा है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नेपाल सीमा से सटे जिलों—चंपावत, पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर—में सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए हैं। सशस्त्र सीमा बल (SSB) और स्थानीय पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।
काठमांडू में फंसे भारतीय
उधर, काठमांडू एयरपोर्ट पर 39 कर्नाटक के लोग फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए विदेश मंत्रालय से तत्काल मदद मांगी है। अशांति के कारण एअर इंडिया और इंडिगो समेत कई उड़ानें रद्द कर दी गईं।
पीएम मोदी और रूस की प्रतिक्रिया
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाली भाषा में पोस्ट कर 19 युवाओं की मौत पर गहरा दुख जताया और सभी से शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं रूस ने भी हालात पर चिंता जताई है और अपने नागरिकों को नेपाल यात्रा से बचने की सलाह दी है।
प्रदर्शनकारियों ने किन-किन प्रमुख नेताओं को निशाना बनाया है?
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली(PM Oli Resigns), राष्ट्रपति और गृह मंत्री के निजी आवासों को निशाना बनाया। इसके अलावा, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा, वित्त मंत्री विष्णु पौडेल, पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड और संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घरों पर हमला किया और उन्हें आग लगा दी।
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