नवी मुंबई )। महिला क्रिकेट विश्वकप के दूसरे सेमीफाइनल (Semifinal) में भारतीय टीम (India Team) ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास रच दिया। टीम इंडिया ने 339 रनों का विशाल लक्ष्य हासिल कर एक नया रिकार्ड कायम किया। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के लगातार 15 मैचों की जीत का सिलसिला भी थम गया। इस रोमांचक मुकाबले में जेमिमा रोड्रिग्ज (Jemima Rodriguez) की शतकीय पारी के अलावा कप्तान हरमनप्रीत कौर और टीम की अन्य चार खिलाड़ियों ने जीत में अहम योगदान दिया। भारत अब दो नवंबर को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा। दक्षिण अफ्रीका ने पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड को मात दी थी।
हरमनप्रीत कौर: फिर दिखाया नेतृत्व और जज्बा
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक बार फिर साबित किया कि वह बड़े मैचों की खिलाड़ी हैं। 2017 की ऐतिहासिक पारी के बाद उन्होंने सेमीफाइनल में 89 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम को जीत की राह दिखाई। हरमनप्रीत ने मुश्किल हालात में टीम को संभाला और हर ओवर के साथ मैच का रुख भारत की ओर मोड़ दिया। उनकी पारी में संयम और आक्रामकता दोनों का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिला।
दीप्ति शर्मा: बॉल और बैट दोनों से योगदान
ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने अपने शानदार प्रदर्शन से एक बार फिर टीम की उम्मीदों पर खरी उतरीं। उन्होंने गेंदबाजी में मिडल ओवर्स में ऑस्ट्रेलिया के रन रोकने का काम किया और विकेट भी दिलाए। वहीं बल्लेबाजी में जब रनों और गेंदों के बीच अंतर बढ़ रहा था, तब दीप्ति ने 17 गेंदों पर तेज 24 रन जोड़कर टीम को संभाला।
रीचा घोष: निडर फिनिशर की भूमिका निभाई
युवा विकेटकीपर बल्लेबाज रीचा घोष ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। जब रन रेट तेजी से बढ़ रहा था, उन्होंने बिना दबाव लिए 16 गेंदों पर 26 रनों की तेजतर्रार पारी खेली। उनकी पारी ने मैच को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाया और भारत को लक्ष्य के करीब ला दिया।
स्मृति मंधाना: शुरुआती झटके के बाद पारी को संभाला
ओपनर स्मृति मंधाना ने भले ही 24 गेंदों पर 24 रनों की पारी खेली, लेकिन शेफाली वर्मा के जल्दी आउट होने के बाद उन्होंने पारी को स्थिरता दी। उनकी साझेदारी ने मध्यक्रम को मजबूत प्लेटफॉर्म दिया और बाकी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका मिला।
टीम इंडिया का आत्मविश्वास चरम पर
इस जीत ने भारतीय महिला टीम के आत्मविश्वास को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। टीम का फोकस अब फाइनल मुकाबले पर है, जहां उसका सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा। हरमनप्रीत की कप्तानी, जेमिमा की फॉर्म और गेंदबाजों की सटीक रणनीति से टीम इंडिया ट्रॉफी की प्रबल दावेदार बन गई है।
Read More :