विश्व चैंपियनशिप से पहले अंतिम प्रमुख प्रतियोगिता है ..
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी (Chirag Shetty) की भारत की शीर्ष पुरुष युगल जोड़ी मंगलवार से शुरू हो रहे चाइना ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट में आगामी विश्व चैंपियनशिप के लिए लय हासिल करने के लक्ष्य के साथ कोर्ट पर उतरेगी। चाइना ओपन पेरिस में 25 से 31 अगस्त तक होने वाली विश्व चैंपियनशिप से पहले अंतिम प्रमुख प्रतियोगिता है।
इसलिए प्रत्येक खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब होगा। वर्तमान में विश्व में 15वें स्थान पर काबिज सात्विक और चिराग इस सत्र में तीन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल तक पहुंचे हैं लेकिन अभी तक फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे हैं। यही नहीं उन्हें पिछले सप्ताह जापान ओपन में पेरिस ओलंपिक रजत पदक विजेता चीन (China) के लियांग वेई केंग और वांग चांग से हार का सामना करना पड़ा था।

चीन के पांचवीं वरीयता प्राप्त ली शी फेंग से पहला मुकाबला
विश्व की पूर्व नंबर एक भारतीय जोड़ी पहले दौर में जापान के केन्या मित्सुहाशी और हिरोकी ओकामुरा का सामना करेगी। एकल वर्ग में लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय और पीवी सिंधू 20 लाख डॉलर इनामी प्रतियोगिता में अपनी फॉर्म वापस पाने की उम्मीद करेंगे। पिछले कुछ समय से फॉर्म में वापसी करने के लिए संघर्ष कर रहे लक्ष्य पिछले सप्ताह जापान ओपन में दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाए थे। यहां उनका पहला मुकाबला चीन के पांचवीं वरीयता प्राप्त ली शी फेंग से होगा।
भारत के एक अन्य खिलाड़ी प्रणय पहले दौर में जापान के कोकी वतनबे का सामना करेंगे। अब 16वीं रैंकिंग पर काबिज सिंधू के लिए इंडिया ओपन में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचना इस साल उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। पिछले सप्ताह वह कोरिया की सिम यू जिन से हार गईं थी।
अनुपमा उपाध्याय का सामना चीनी ताइपे की लिन सियांग टी से होगा
यह इस वर्ष पांचवा अवसर था जबकि वह पहले दौर से आगे नहीं बढ़ पाई थी। सिंधू का पहला मुकाबला जापान की छठी वरीयता प्राप्त 18 वर्षीय पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन तोमोका मियाजाकी से होगा। महिला एकल में ही इस वर्ष की शुरुआत में ताइपे ओपन सेमीफाइनलिस्ट रहीं उन्नति हुड्डा का पहले दौर में स्कॉटलैंड की क्रिस्टी गिलमोर से मुकाबला होगा, जबकि अनुपमा उपाध्याय का सामना चीनी ताइपे की लिन सियांग टी से होगा। महिला युगल में कविप्रिया सेल्वम-सिमरन सिंघी, पांडा बहनें रुतपर्णा और श्वेतपर्णा, और अमृता प्रमुथेश-सोनाली सिंह की जोड़ी मैदान में हैं, जबकि रोहन कपूर और रुतविका शिवानी गड्डे मिश्रित युगल में अपनी चुनौती पेश करेंगे।
सात्विक चिराग की हार क्यों हुई?
सात्विक और चिराग की हार का मुख्य कारण विरोधी टीम की बेहतर रणनीति और उनकी खुद की अनफोर्स्ड एरर्स रहे। मैच के दबाव में कुछ महत्वपूर्ण रैलियों में गलतियां हुईं। साथ ही डिफेंस में थोड़ी कमजोरी और नेट प्ले में चूक भी हार का कारण बनी।
सात्विक रंकीरेड्डी के पिता कौन है?
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के पिता वी नागेश्वर राव हैं। वे आंध्र प्रदेश में रहते हैं और पेशे से एक फार्मासिस्ट हैं। सात्विक की बैडमिंटन में रुचि बचपन से थी, जिसमें उनके पिता ने पूरा समर्थन और प्रोत्साहन दिया।
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