भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने राजा सिंह को किया सूचित
हैदराबाद। राजनीतिक हलकों में बहस शुरू करने वाले एक कदम में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय नेतृत्व ने गोशामहल के विधायक राजा सिंह (Raja Singh) का पार्टी से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने इस आशय का एक पत्र विधायक को भेजा है। पत्र में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह (Arun Singh) ने राजा सिंह को सूचित किया है कि उनके इस्तीफे से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अवगत करा दिया गया है। अरुण सिंह ने राजा सिंह को लिखे पत्र में कहा, ‘आपके द्वारा उल्लिखित विषयवस्तु अप्रासंगिक है और पार्टी की कार्यप्रणाली, विचारधारा और सिद्धांतों से मेल नहीं खाती। जेपी नड्डा के निर्देशों के अनुसार, मैं सूचित करता हूँ कि आपका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है।‘
प्रदेश अध्यक्ष बनने के इच्छुक थे कई लोग
गोशामहल से भाजपा विधायक ने 30 जून को पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को अपना त्यागपत्र सौंप दिया था। यह त्यागपत्र भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा पूर्व एमएलसी एन रामचंदर राव को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने के निर्देश देने के बाद दिया गया था। गोशामहल से विधायक सहित कई अन्य लोग भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष बनने के इच्छुक थे। हालाँकि, केंद्रीय नेतृत्व के फैसले से उनकी उम्मीदें धराशायी हो गईं। अपने त्यागपत्र में, उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ निजी स्वार्थी लोगों ने केंद्रीय नेतृत्व को गुमराह किया और ज़मीनी कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए फ़ैसले लिए। राजा सिंह ने कहा था, ‘यह पत्र उन लाखों भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के दर्द और हताशा को दर्शाता है जो खुद को दरकिनार और अनसुना महसूस कर रहे हैं।’
पार्टी के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं राजा सिंह
पिछले कुछ महीनों से, राजा सिंह पार्टी के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं, खासकर कुछ फैसलों को लेकर। उन्होंने गोलकुंडा-गोशामहल पार्टी इकाई के अध्यक्ष पद पर टी उमा महेंद्र की नियुक्ति पर कड़ी आपत्ति जताई और वरिष्ठ नेताओं पर इस पद पर किसी पिछड़े या अनुसूचित जाति के नेता को नामित करने की उनकी सिफारिश को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। इसी तरह, उन्होंने हैदराबाद स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र के एमएलसी चुनावों के लिए गौतम राव को भाजपा उम्मीदवार बनाने के पार्टी के फैसले पर भी सवाल उठाए।
गोशामहल विधायक के पत्र ने पार्टी में वाकयुद्ध छेड़ दिया है और नेताओं ने उनसे विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपने की मांग की है। अभी यह तय नहीं है कि विधायक अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंपेंगे या नहीं। यदि वह ऐसा करते हैं तो इस कदम से शहर में जुबली हिल्स निर्वाचन क्षेत्र के साथ-साथ एक और उपचुनाव का रास्ता साफ हो जाएगा। यह उपचुनाव 8 जून को बीआरएस विधायक मगंती गोपीनाथ के निधन के बाद हुआ है।

टी॰ राजा सिंह हैदराबाद के विधायक कौन हैं?
राजा सिंह (Thakur Raja Singh Lodh) गोशामहल विधानसभा क्षेत्र, हैदराबाद, तेलंगाना से विधायक रहे हैं। उन्होंने 2014, 2018 और 2023 में यह सीट जीती। 2025 तक वे भाजपा विधायकों में शामिल थे, लेकिन जून 2025 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वे हिंदुत्व‑कट्टरवादी बयानबाज़ी और कई मुकदमों के लिए चर्चित हैं।
हैदराबाद का MLA कौन है?
यहां कई विधानसभा क्षेत्र हैं। प्रमुख MLA निम्नलिखित हैं:
- टी. राजा सिंह लोधी – गोशामहल विधानसभा की सीट से 2014 से लेकर जून 2025 तक विधायक रहे थे।
- मिर जुल्कफर अली – चारमीनार विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक हैं (2023–28)।
टी॰ राजा सिंह कौन हैं?
राजा सिंह (थमुकुर राजा सिंह लोध):
- जन्म 15 अप्रैल 1977 को हैदराबाद के धूलपेट में हुआ था। उन्होंने 2014 से 2025 तक गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक के रूप में सेवा की।
- वे आरएसएस–बजरंग दल से जुड़े रहे और 2013 में भाजपा में शामिल हुए। अपने कट्टर हिंदुत्ववादी बयानों और विवादास्पद विवादों के कारण सुर्खियों में रहे।
- जून 2025 में उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया; अब वे एक स्वतंत्र (Independent) राजनेता हैं।
Read Also : Politics : रेवंत रेड्डी के कृष्णा जल दावे की हरीश राव ने की आलोचना