हैदराबाद। तेलंगाना के सरकारी स्कूलों (Goverment school) में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के एकीकरण से महत्वपूर्ण बदलाव आने वाले हैं। आईटी एवं उद्योग मंत्री, दुदिल्ला श्रीधर बाबू (Sridhar Babu), अक्सर यह विश्वास व्यक्त करते हैं कि सभी को एआई का उपयोग करना चाहिए और उससे लाभ प्राप्त करना चाहिए, और यह दृष्टिकोण अब साकार होता जा रहा है।
एआई उपकरणों को ठीक से काम करने के लिए इंटरनेट की आवश्यकता
आईटी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि होती है। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए, राज्य सरकार ने टी-फाइबर के माध्यम से दूरदराज के गांवों में स्थित 26,000 स्कूलों तक इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं और इसमें प्रगति हो रही है। मंत्री श्रीधर बाबू के उद्देश्यों के अनुरूप, टी-फाइबर के एमडी वेणुप्रसाद पन्नू ने पहले ही कई स्कूलों में एआई-तैयार कक्षाएँ स्थापित कर दी हैं और उन्हें हाई-स्पीड इंटरनेट सुविधाओं से लैस कर दिया है।

छात्रों की जिज्ञासाओं का प्रभावी ढंग से समाधान
पेड्डापल्ली जिले के आदिवासी श्रीरामपुर गाँव में स्थित ज़िला परिषद हाई स्कूल को इस पहल के माध्यम से इंटरनेट की सुविधा प्राप्त हुई है। इस कनेक्टिविटी ने शिक्षकों को अपने पाठों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता को एकीकृत करने में सक्षम बनाया है, जिससे वे छात्रों की जिज्ञासाओं का प्रभावी ढंग से समाधान कर पा रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि एआई उपकरण छात्रों के प्रश्नों के उत्तर देकर और उनके पाठों से संबंधित अतिरिक्त जानकारी प्रदान करके सक्रिय रूप से उनकी सहायता कर रहा है।
शिक्षक और छात्र दोनों ही इस संसाधन को लेकर उत्साहित
शिक्षक और छात्र दोनों ही इस संसाधन को लेकर उत्साहित हैं, खासकर इसलिए क्योंकि वे एक छोटे से गाँव के सरकारी स्कूल से हैं। टी-फाइबर टीम ने इस उपलब्धि को सोशल मीडिया पर साझा किया, जिस पर सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया स्थित पर्प्लेक्सिटी एआई के सह-संस्थापक और सीईओ अरविंद श्रीनिवास ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि छात्र अपने सीखने के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए उनके मुफ़्त एआई टूल का उपयोग कर रहे हैं, और इस बात पर ज़ोर दिया कि तेलंगाना के एक दूरस्थ क्षेत्र में स्थित एक सरकारी स्कूल के लिए यह क्षण वास्तव में उल्लेखनीय है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब है “कृत्रिम बुद्धिमत्ता”, यानी इंसानों की तरह सोचने और समझने वाली मशीन।
कृत्रिम बुद्धि के 4 प्रकार क्या हैं?
कृत्रिम बुद्धि को आमतौर पर चार प्रकारों में बाँटा गया है।
एआई के पिता कौन है?
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का जनक व्यापक रूप से जॉन मैकार्थी को माना जाता है।
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