पुलिस अधिकारी पर लापरवाही से गाड़ी चलाने का आरोप
मेदक: मेदक मंडल के पाथुर (Pathur) गाँव में सोमवार को एक कार चालक ने एक दोपहिया वाहन और एक स्कूल बस (School Bus) को टक्कर मार दी। बाइक सवार के पैर में फ्रैक्चर हो गया, जबकि बस में सवार बच्चों को मामूली चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने बताया कि एक निजी स्कूल की बस आस-पास के गाँवों से बच्चों को लेकर मेदक शहर की ओर जा रही थी, तभी सामने से आ रही एक कार ने बाइक को टक्कर मार दी और बाद में बस से भी जा टकराई। बाइक सवार एक अप्रोच रोड से मुख्य सड़क पर आ रहा था, तभी तेज़ रफ़्तार कार ने उसे टक्कर मार दी।
कार के आगे और पीछे दोनों तरफ लिखा हुआ था ‘पुलिस’
स्कूल बस चालक ने समय रहते गाड़ी मोड़कर रोक ली, जिससे एक गंभीर टक्कर टल गई। टीएस 35 एच 0895 पंजीकरण संख्या वाली और कथित तौर पर एक पुलिस अधिकारी की कार के आगे और पीछे दोनों तरफ ‘पुलिस’ लिखा हुआ था। मौके पर पहुँची स्थानीय पुलिस ने बाइक सवार और स्कूल बस चालक को घटना के लिए ज़िम्मेदार ठहराया, जिस पर प्रत्यक्षदर्शियों ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी की लापरवाही और तेज़ गति से गाड़ी चलाने के कारण यह हादसा हुआ।
स्कूल बस का क्या कार्य होता है?
विद्यार्थियों को सुरक्षित और समय पर स्कूल तक पहुंचाना तथा वापस घर छोड़ना स्कूल बस का मुख्य कार्य है। इसमें बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष नियम और सुविधाएं होती हैं, जैसे सीमित गति, प्रशिक्षित चालक और सहायक स्टाफ। यह अभिभावकों के लिए भी यातायात की सुविधा प्रदान करती है।
स्कूल का बस पीला ही क्यों होता है?
पीला रंग दूर से सबसे आसानी से दिखाई देता है और कम रोशनी या खराब मौसम में भी स्पष्ट नजर आता है। इसी कारण स्कूल बसों का रंग पीला रखा जाता है, ताकि अन्य वाहन चालक उन्हें तुरंत पहचान सकें और सावधानी बरतें। यह रंग सुरक्षा के दृष्टिकोण से अधिक उपयुक्त माना जाता है।
बस का अर्थ क्या होगा?
बस का अर्थ वाहन के रूप में एक ऐसा सार्वजनिक या निजी परिवहन साधन है, जिसमें एक साथ कई यात्री यात्रा कर सकते हैं। यह विशेष मार्ग पर चलती है और निर्धारित स्टॉप पर यात्रियों को चढ़ाने-उतारने का कार्य करती है। सामान्यत: बसें शहर, गांव और लंबी दूरी की यात्राओं के लिए उपयोग होती हैं।
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